ठप पड़े भातसा डैम स्तर से सौ एमएलडी पानी निकालने के प्रस्ताव को अनुमति
ठाणे, ठाणे मनपा क्षेत्र में अब पानी की समस्या का अंत होना तय है क्योंकि पिछले तीन-चार वर्षों से ठप पड़े भातसा डैम स्तर से सौ एमएलडी पानी निकालने के प्रस्ताव को अनुमति मिल चुकी है। हाल ही में मंत्रालय में हुई बैठक में ठाणे के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने सिंचाई विभाग को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। मनपा अधिकारियों की मानें तो १० एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है तो अगले ७ से ८ वर्ष तक पानी का टेंशन समाप्त हो जाएगा।
बता दें कि ठाणे मनपा क्षेत्र की आबादी २५ लाख के पार चली गई है। पिछले कुछ वर्षों में तेजी से शहरीकरण हुआ है। बढ़ते शहरीकरण के कारण, शहर का बुनियादी ढांचा अपर्याप्त होता जा रहा है और शहर के नागरिकों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहा था, इसमें सिंचाई विभाग ने भिवंडी शहर को भातसा नदी स्तर से १०० एमएलडी पानी निकालने को मंजूरी दी थी लेकिन उनके पास पानी खींचने की व्यवस्था नहीं थी। इसलिए ठाणे मनपा ने सिंचाई विभाग से यह पानी ठाणे शहर को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। मनपा प्रशासन द्वारा तीन-चार वर्ष पूर्व सिंचाई विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन सिंचाई विभाग की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया था। हाल ही में एकनाथ शिंदे ने मंत्रालय में हुई बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी देने का निर्देश दिया। बताया जा रहा है कि डॉ. बिपिन शर्मा ने अतिरिक्त जलापूर्ति के लिए सिंचाई विभाग को पत्र भेजा था।
ठाणे मनपा के पास चार स्रोतों के माध्यम से ४८० मिलियन लीटर की दैनिक जल आपूर्ति होती है, जिसमें से २१० मिलियन लीटर की आपूर्ति मनपा खुद की योजना से, ११० मिलियन लीटर एमआईडीसी से, ११० मिलियन लीटर स्टेम प्राधिकरण से और ६५ मिलियन लीटर मुंबई मनपा से की जाती है। मनपा का कहना है कि अगर शहर को भातसा नदी के स्तर से अतिरिक्त १० करोड़ लीटर पानी मिलता है तो शहर में पानी की कमी की समस्या अगले सात से आठ वर्षों तक के लिए हल हो जाएगी।