Latest News

मुंबई,  आगामी तीन महीनों में हेल्थ केयर, नर्सिंग और पैरामेडिकल से जुड़े कुल ३६ पाठ्यक्रमों से २० हजार लोगों को प्रशिक्षित कर मनुष्यबल तैयार किया जाएगा, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह बातें राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाआरोग्य कौशल विकास कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान कहीं। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि कोरोना को रोकने के लिए जनस्वास्थ्य क्षेत्र को हमने मजबूत बनाया है। बड़ी संख्या में स्वास्थ्य सेवा संबंधी आधुनिक तकनीकी वाली साधन सामग्री उपलब्ध कराई गई हैं। उसे उपयोग में लाने के लिए प्रशिक्षित मनुष्यबल की आवश्यकता होगी। सरकार इस क्षेत्र को पर्याप्त मनुष्यबल प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। सरकार इस योजना के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र को कुशल मनुष्यबल प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ महाराष्ट्र के लक्ष्य की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। साथ ही इससे राज्य में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। यह योजना राज्य में प्रभावी ढंग से लागू की जाएगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि समय की जरूरत को समझते हुए हम इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को गत वर्ष शीतकालीन सत्र में पूरक मांग के तहत अधिक निधि आबंटित की गई है। कोरोना संकट के दौरान, हमने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बड़ी संख्या में सुविधाओं का निर्माण किया है। लेकिन अगर इन सुविधाओं के संचालन के लिए प्रशिक्षित मनुष्यबल उपलब्ध नहीं है तो यह बेकार है।



Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement