स्कॉर्पियो गाड़ी में विस्फोटक जिलेटिन : एटीएस ने दर्ज किया हत्या का मामला
मुंबई : स्कॉर्पियो गाड़ी में विस्फोटक जिलेटिन की छड़ों का मिलना और इनोवा गाड़ी का लापता हो जाना, इसकी जांच चल ही रही थी कि उस बीच स्कॉfिर्पयो के मालिक मनसुख हिरेन के खुदकुशी की खबर ने सभी को चौंका दिया। इस खुदकुशी के बाद पता चला कि जो स्कॉर्पियो गाड़ी मुकेश अंबानी के निवास एंटीलिया के पास मिली थी, वह हिरेन के नाम नहीं बल्कि किसी सैम पीटर न्यूटन के नाम पर पंजीकृत है। अब इस कहानी में नया मोड़ आया है जिसमें महाराष्ट्र एटीएस ने कल रविवार को हिरेन खुदकुशी मामले में मर्डर का मामला दर्ज किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मनसुख हिरेन की पत्नी विमला की शिकायत के बाद एटीएस कालाचौकी में हत्या का मामला दर्ज किया गया। इसके पहले ठाणे पुलिस एडीआर दर्ज कर घटना की जांच कर रही थी। एटीएस सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने एटीएस को इस मामले की जांच करने के लिए आदेश दिया है। इसके बाद एटीएस अधिकारियों ने मुंब्रा पुलिस से हिरेन केस से जुड़े हुए सभी प्रकार के दस्तावेजों को ले लिया है। इस मामले में आईपीसी की धारा ३०२ (हत्या), २०१, (झूठी जानकारी देना), १२० बी (आपराधिक षड्यंत्र) और ३४ (आपराधिक कृत्य सभी व्यक्तियों का सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हिरेन का शव शुक्रवार को कलवा खाड़ी से बरामद किया गया था। हिरेन के मुंह में ५ रूमाल ठूंसा पाया गया था। बता दें कि हिरेन के परिजन पहले से ही इस मामले को साजिश के तहत हत्या बता रहे थे, लेकिन पुलिस ने अपनी जांच के आधार पर एडीआर दर्ज की थी। हिरेन ने गुरुवार शाम को अपने घरवालों को बताया था कि उन्हें जिलेटिन मामले की जांच के सिलसिले में किसी तावड़े नामक पुलिस अधिकारी ने घोडबंदर रोड के पास बुलाया है। उनके मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन वसई में दिखा रही है। इसके बाद उनका शव मिलता है। गौरतलब है कि उनका मोबाइल फोन अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
बीते महीने २५ फरवरी को स्कॉर्पियो गाड़ी लावारिस अवस्था में एंटीलिया से महज कुछ ही दूरी पर पाई गई। इस गाड़ी में २० जिलेटिन की छड़ें रखी हुई थीं और इसके साथ एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें अंबानी परिवार को धमकी दी गई थी।
सीसीटीवी पड़ताल के बाद पता चला कि स्कॉर्पियो गाड़ी और इनोवा गाड़ी दोनों अंबानी निवास के पास पहुंची, जिसके बाद स्कॉर्पियो वहां पार्क हुई, उसके कुछ ही मिनट बाद इनोवा आई और वह कुछ देर तक रुकी फिर चली गई। इस फुटेज में एक संदिग्ध को देखा जा सकता है, लेकिन वह इनोवा में बैठा या नहीं इसकी जांच चल रही है। रात ३ बजकर ५ मिनट पर इनोवा को मुलुंड चेकनाका से निकलते हुए देखा जा सकता है, इसके बाद गाड़ी पडघा टोल नाके पर नहीं दिखती है।
मनसुख हिरेन ने विक्रोली पुलिस में अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी ऐरोली से चोरी हो जाने का मामला दर्ज कराया। उनके बयान के मुताबिक उनकी गाड़ी १७ फरवरी को ऐरोली रोड के पास खराब हो गई, जिसके बाद वे ओला कर मुंबई के क्रॉफर्ड मार्वेâट पहुंचे। इसके बाद १७ और १८ फरवरी की रात के बीच उनकी गाड़ी ऐरोली से चोरी हो जाती है। वह क्रॉफर्ड मार्वेâट में किससे मिले, यह जांच का विषय है।
जिलेटिन कांड के अगले दिन एक आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद ने विस्फोटक गाड़ी की जिम्मेदारी ली। लेकिन मुंबई पुलिस ने किसी भी आतंकी गतिविधियों से इनकार किया। इसके बाद फिर एक मैसेज जैश-उल-हिंद के ही नाम से वायरल हुआ, जिसमें लिखा गया था कि इस विस्फोटक गाड़ी की जिम्मेदारी संगठन ने नहीं ली है। इन सबकी जांच चल ही रही थी कि तब तक हिरेन का शव कलवा खाड़ी से बरामद किया जाता है।