साइन बोर्ड लगाने में लेटलतीफी; आज से नये रूट का ट्रायल
मुंबई : सदर फ्लाईओवर के नये ट्राफिक प्लान पर मंगलवार से ट्राफिक पुलिस विभाग अपना काम शुरू कर देगा. विभाग की ओर से बताया गया कि इस प्लान पर कुछ दिनों तक ट्रायल होगा और उसके बाद इसे पूर्णतः लागू किया जाएगा. काटोल रोड और छिंदवाड़ा रोड की ओर से आने वाले सदर फ्लाईओवर की लैंडिंग में तकनीकी त्रुटि निर्माण हो गई थी, जिससे फ्लाईओवर की लैंडिंग के दौरान रिजर्व बैंक चौक से एलआईसी चौक जाने वाले ट्राफिक के कारण यहां लंबा जाम लगने की समस्या खड़ी हो गई थी. इसका रास्ता निकालने के लिए 15 जनवरी को ट्राफिक पुलिस की पहल पर हाईवे, मनपा और मेट्रो के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर यहां नया रूट प्लान बनाया था.
ट्राफिक विभाग की ओर से योजना बनाई गई है कि रिजर्व बैंक से लैंडिंग इंटरसेक्शन प्वाइन्ट से ट्राफिक डायवर्ट करने की योजना है. पता चला है कि मंगलवार को सुबह 11 बजे इस डायवर्शन वाली योजना पर काम शुरू होगा. मतलब रिजर्व बैंक चौक से जो भी वाहन चालक को यदि कामठी रोड जाना है तो उसे पुलिया के बाजू से टर्न लेकर एनआईटी के सामने से या उसके आगे अशोका होटल वाले चौराहे से राइट टर्न लेकर कामठी रोड की ओर जाना होगा. फ्लाईओवर इंटरसेक्शन से एलआईसी चौक वाले हिस्से को वन-वे कर दिया जाएगा, जिससे पुलिया से उतरने वाला ट्राफिक सीधे रिजर्व बैंक के रास्ते से मिल जाए. मसलन उसे लेफ्ट-टर्न लेकर एलआईसी चौक तक जाने और वहां से यू-टर्न लेकर रिजर्व बैंक चौक तक आने की परेशानी नहीं होगी. रिजर्व बैंक चौक से एलआईसी चौक वाला रास्ता भी सुचारु हो जाएगा. बताया गया कि पुलिस एक और प्लान पर काम कर रही है. एलआईसी चौक से एनआईटी के सामने वाले रास्ते को भी वन-वे करने की योजना है. जो वाहन चालक को स्टेशन रोड से सदर या कामठी रोड जाना है, वह एलआईसी चौक से राइट-टर्न लेकर जा सकेगा. इधर जो डावर्टेड ट्राफिक है, उसे एनआईटी के सामने एलआईसी चौक तक बड़ा मार्ग मिल जाएगा, जिससे इन वाहन चालकों को ट्राफिक जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
संयुक्त निरीक्षण में तय हुआ था कि मेट्रो अपने पिलर क्रमांक 206, 207 और 208 का इंटरसेक्शन ओपन करेगा, जिससे पुलिया से उतरने वालों को आसानी होगी. पहले तो हाईवे ने कांक्रीट करने के लिए काफी समय लगा दिया. जो साइन बोर्ड वहां लगाने हैं, वह भी अब तक नहीं लगे हैं. ट्राफिक पुलिस का कहना है कि वहां सिग्नल की भी व्यवस्था जरूरी है. सिग्नल कौन लगाए, इसे लेकर मेट्रो और मनपा में विवाद चल रहा है. पुलिस के अलावा बाकी सभी विभागों की उदासीनता का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.