शहर से पहले ''स्मार्ट'' हो रहे हैं मुंबई के स्टेशन
मुंबई : मौजूदा सरकार ने देशभर में स्मार्ट सिटी के वादे किए थे। इन्हें पूरा करने से पहले मुंबई के उपनगरीय स्टशनों को स्मार्ट बनाने की शुरूआत हो चुकी है। आधुनिक सीसीटीवी से भीड़ नियंत्रण और अपराध पर अंकुश लगाने की कवायद चल रही है। इसी तरह एटीवीएम और यूटीएस ऐप के जरिए यात्रियों को खुद टिकट बुक करने की योजनाओं में विस्तार हुआ है। स्टेशनों पर कोई पटरी पार न करें, इसके लिए ज्यादा से ज्यादा एस्केलेटर्स और लिफ्ट लगाने की 'स्मार्ट' तरकीब निकाली गई है।
5 सेकंड में टिकट
मध्य रेलवे द्वारा 42 उपनगरीय स्टेशनों पर 92 वन-टच एटीवीएम मशीनें लगाई गई हैं। इस मशीन की सहायता से एक टच में टिकट प्राप्त किया जा सकता है। इस पूरी प्रक्रिया में बमुश्किल 5 सेकंड लगते हैं। इसी कड़ी में मध्य रेलवे द्वारा 719 नए एटीवीएम भी लगाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि जिन स्टेशनों पर यात्री स्वयं टिकट नहीं निकाल सकते हैं, वहां जेटीबीएस की व्यवस्था भी की गई है। पश्चिम रेलवे पर भी जेटीबीएस की सहायता से टिकटों की बिक्री में वृद्धि हुई है।
मोबाइल टिकट का रिकॉर्ड
यूटीएस ऐप के जरिए मोबाइल टिकट खरीदने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। हाल ही में मध्य रेल के मुंबई मंडल ने यूटीएस मोबाइल ऐप का उपयोग करके बुक किए गए 8.33 लाख यात्रियों के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया है। यह मुंबई डिवीजन में 16 दिसंबर को बुक किए गए कुल यात्रियों का लगभग 11.86% है। मोबाइल टिकट बिक्री से प्राप्त आय 67.93 लाख रुपये तक पहुंच गई है।
सुरक्षा के 'स्मार्ट' तरीके
उपनगरीय स्टेशनों पर आधुनिक सीसीटीवी के जरिए क्राउड मैनेजमेंट और अपराध नियंत्रण करने की पहल हुई है। मध्य रेलवे के मुंबई मंडल में अब तक 3141 सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं। पश्चिम रेलवे ने भी अब तक 1096 सीसीटीवी लगा दिए हैं, जबकि 45 रैकों में सीसीटीवी लगाए गए हैं जो ईएमयू रैक के महिला डिब्?बों को कवर करते हैं। पश्चिम रेलवे पर प्लैटफॉर्म पर पहरा देने वाले सुरक्षाकर्मियों को 30 बॉडीवॉर्न कैमरों से लैस किया गया है। मुंबई सेंट्रल और बांद्रा टर्मिनस पर लंबी दूरी की ट्रेनों के जनरल कोच में व्?यवस्थित और सुचारू प्रवेश के लिए 8 मेगापिक्?सल कैमरा वाली चार बायोमैट्रिक टोकन मशीनें उपलब्?ध कराई गई हैं।
फुटओवर ब्रिज से बदली चाल
वर्ष 2019 के दौरान मध्य रेल पर 14 एफओबी प्रदान किए गए थे और मध्य रेल पर एफओबी 102 हैं। इसी तरह पश्चिम रेलवे पर भी कुल 24 नए एफओबी और एक नया सब-वे बनाया गया। इन्हें मिलाकर पश्चिम रेलवे के मुंबई डिविजन में एफओबी की कुल संख्?या 119 हो गई है। इन एफओबी को एस्केलेटर्स और लिफ्ट से जोड़कर स्टेशनों को बेहतर बनाने की कोशिश हुई है। मध्य रेलवे मुंबई मंडल में कुल एस्केलेटर 67 लगाए जा चुके हैं, जबकि 123 और एस्केलेटर की योजना है। इसी तरह से 41 और लिफ्ट लगाने की योजना है। इसी साल पश्चिम रेलवे पर 16 नए एस्?केलटर और 3 नई लिफ्टों का निर्माण किया गया है। पश्चिम रेलवे के मुंबई डिविजन में अब तक कुल 48 एस्?केलेटर और 23 लिफ्टें लगाई जा चुकी हैं।