मीठी नदी का होगा कायाकल्प
मुंबई : मीठी नदी के संवर्धन और सुशोभिकरण का काम तेजी से शुरू है। करीब २,१३६ करोड़ रुपए खर्च करके मीठी नदी के संवर्धन का काम आगामी २ वर्षों में पूरा होगा। इस कार्य से मीठी नदी का कायाकल्प हो जाएगा, ऐसा विश्वास शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे और पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने व्यक्त किया है। मीठी नदी के साथ-साथ पोइसर, ओशिवरा आदि नदियों का भी संवर्धन होगा। राज्य के अन्य २० नदियों का संवर्धन करने के लिए केंद्र सरकार के पास ६ हजार करोड़ रुपए का प्रस्ताव भी भेजे जाने की जानकारी इस दौरान दी गई।
महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कुलाबा स्थित ताजमहल होटल में पर्यावरण को लेकर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस मौके पर शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे और पर्यावरण मंत्री रामदास कदम उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने मीठी नदी के साथ-साथ पोइसर, ओशिवरा, दहिसर और वालभट्ट नदियों के संवर्धन और सुशोभिकरण के संदर्भ में पत्रकारों से बातचीत की।
रामदास कदम ने बताया कि मुंबई की नदियों खासकर मीठी नदी के संवर्धन व सुशोभिकरण के लिए आदित्य ठाकरे हमेशा प्रयत्नशील रहे हैं। मीठी नदी की स्वच्छता, चौड़ीकरण व सुशोभिकरण करने के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम अमल में लाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार, महाराष्ट्र सरकार, मनपा सहित १६ एजेंसियों के समन्वय से उक्त कार्यक्रम किए जा रहे हैं लेकिन इसके लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। मीठी नदी के अलावा अन्य नदियों की स्वच्छता महत्वपूर्ण है। नदियों और नालों में कचरा न फेंका जाए इसके लिए लोगों के सहयोग की जरूरत है, ऐसी बातें शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने कही। उन्होंने कहा कि नदी के किनारे जॉगिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक बनाने की योजना है। इसके अलावा मीठी नदी में छोड़े जानेवाले पानी पर प्रक्रिया करने के लिए एसटीपी केंद्र बनाया जाएगा, ऐसा भी आदित्य ठाकरे ने कहा। मीठी नदी पर अब तक १,१५६ करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। मीठी नदी पर पांच पुलों का निर्माण भी पूरा हो गया है, जिस पर ३४ करोड़ ३७ लाख रुपए खर्च हुए हैं।