विशेष सत्र की मांग का कांग्रेस ने किया समर्थन
मुंबई, महाराष्ट्र की सरकार में सहयोगी की भूमिका निभा रहे कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के प्रवाक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया है कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार सबसे ज्यादा हो रहे हैं। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद का चार दिवसीय विशेष सत्र बुलाने के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सुझाव का भी कांग्रेस ने समर्थन किया है। एनसीआरबी-२०२० की रिपोर्ट में आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए सचिन सावंत ने कहा कि भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल के दौरान भी महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध हुए थे, जिन्होंने गृह विभाग भी संभाला लेकिन महाराष्ट्र विकास आघाड़ी शासन के दौरान अत्याचार कम हुए हैं। उनकी यह टिप्पणी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे गए पत्र के एक दिन बाद आई है।
फडणवीस सरकार अपराध में थी नंबर-१
भाजपा शासित राज्य में महिलाओं पर अत्याचार के बावजूद भाजपा नेता महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें यह जानने की जरूरत है कि वर्ष २०१९ में फडणवीस के कार्यकाल के दौरान सामूहिक बलात्कार और हत्या की ४७ घटनाओं के साथ महाराष्ट्र नंबर एक था। फडणवीस राज में २०१५ में ३१,२१६ घटनाएं, २०१६ में ३१,३८८ घटनाएं २०१७ में ३१,९७८, २०१८ में ३५,४९७ और २०१९ में महिलाओं पर अत्याचार की ३७,१४४ घटनाएं हुर्इं। फडणवीस सरकार महिलाओं के लिए दुःस्वप्न थी। हालांकि, महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के दौरान, २०२० में महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों की संख्या घटकर ३१,९५४ रह गई। गैंगरेप और हत्या की २० घटनाएं हुईं जो फडणवीस सरकार से काफी कम हैं।
महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर बोलते हुए सचिन सावंत ने कहा कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश फिर से महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों में सबसे आगे है और भाजपा राज्यों असम, मध्य प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक में भी महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बहुत अधिक है। असम में प्रति महिला अत्याचार की संख्या सबसे अधिक १५४ प्रति लाख है। गैंगरेप और हत्या के मामलों में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। इसके बाद भाजपा शासित मध्य प्रदेश और असम राज्य आते हैं।