मुंबई-अमदाबाद हाइवे : साढ़े तीन साल में ३८० दुर्घटनाएं
वसई, वसई-पूर्व से गुजरने वाले मुंबई-अमदाबाद राजमार्ग पर विभिन्न कारणों से दुर्घटनाएं हो रही हैं। तेज गति से चलनेवाले वाहनों का नियंत्रण खो देना, विपरीत दिशा में वाहन चलाना आदि में पिछले साढ़े तीन साल में हाईवे पर ३८० हादसे हुए हैं, जिनमें ३३५ लोग घायल हुए हैं और ५७ लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं। मुंबई-अमदाबाद राजमार्ग वसई के पूर्वी हिस्से से होकर गुजरता है। यह मुंबई और गुजरात के अन्य हिस्सों को जोड़नेवाला एक महत्वपूर्ण राजमार्ग है इसलिए यहां से रोजाना बड़ी संख्या में वाहन निकलते हैं। लेकिन इस भीड़-भाड़ वाली सड़क से आम वाहन चालकों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वाहन चालकों ने बताया कि हाईवे पर अतिक्रमण, सर्विस रोड की कमी, बीच में खड़े वाहनों के कारण संकरी सड़कें, हाईवे के किनारे कीचड़, आवारा जानवर आदि कई तरह की परेशानी का कारण बनते हैं। इससे दुर्घटनाओं का सबसे अधिक खतरा होता है। वसई के पूर्व में विरार से दहिसर टोलनाका तक चिंचोटी हाईवे पुलिस की सीमा है। चिंचोटी ब्रिज के पास साधना होटल, बापने फाटा, दुर्गामाता मंदिर, गोल्डन ट्यूलिप होटल, बर्मा सेल, सैली पेट्रोल पंप, वनगणपाड़ा, वासमार्या पूल, एचपी पेट्रोल पंप, रॉयल गार्डन के पास, किनारा होटल ससुनवघर, घोड़बंदर खिंद आदि १३ स्थानों को दुर्घटना ग्रस्त संभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। यहां पर ज्यादा हादसे होते हैं। सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं तेज रफ्तार और नियंत्रण खोने के कारण होती हैं। पिछले साढ़े तीन साल में विरार और दहिसर टोलनाका के बीच हाईवे पर कुल ३८० दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।