एक विवाह ऐसा भी! ना बाराती, ना पंडित ना मंत्रोच्चार, वंदेमातरम बजाया और हो गया ब्याह
मुंबई: बीड: महाराष्ट्र के बीड जिले के पाली में दो जोड़ों की अनोखी शादी हुई. इस शादी में ना तो बाराती थे और ना ही घराती. यहां तक कि ना तो हवन हुआ और ना ही मंत्रोच्चार किया गया. फेरों के लिए पंडित जी भी नहीं थे. शादी के दौरान सिर्फ वंदे मातरम की धुन बजती रही. इसके बाद दूल्हा-दुल्हन ने एक दूसरे को हार पहनाकर अपना जीवनसाथी कबूल किया.
दरअसल यहां के आनंदग्राम आश्रम में रहने वाले एचआईवी संक्रमित जोड़ों के लिए शादी का ये आयोजन किया गया था. शादी में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) भी मौजूद रहे.
इस मौके पर मंत्री धनंजय मुंडे कहा कि मेरे लिए यह बड़े ही सौभाग्य की बात है कि एचआईवी संक्रमित लोगों के लिए आनंदग्राम आश्रम खोला था. इसी आश्रम के दो लोगों की शादी हुई है. मैंने बहुत सामूहिक विवाह करवाए हैं लेकिन इस तरह का सामूहिक विवाह पहली बार देखा है.
इस मौके पर एक दुलहन का कहना है कि हमं बहुत खुश हैं क्योंकि हमारी शादी में वंदे मातरम बजाया गया और दूसरी शादियों की तुलना में हमारी शादी अलग तरह से हुई.