महाराष्ट्र पंचायत चुनाव: राधाकृष्ण विखे, पंकजा मुंडे जैसे सीनियर नेता पस्त, कई ने बचाई साख
मुंबई : महाराष्ट्र पंचायत चुनाव के नतीजे अब लगभग साफ हो चुके हैं. इसमें भारतीय जनता पार्टी के सपोर्ट वाला पैनल सबसे ज्यादा सीटें जीत चुका है. फाइनल नतीजे आने से पहले तक यह साफ है कि ग्राम पंचायत चुनाव मिला-जुला रहा. बड़ी राजनीतिक पार्टी के सपोर्ट वाले कई पैनल जीते तो कई को हार का मुंह भी देखना पड़ा.
सबसे पहला उदाहरण कोल्हापुर जिले की खानापुर ग्राम पंचायत का है. यह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का मूल गांव है. यहां शिवसेना विधायक अंबेटकर के पैनल ने 9 में से 6 सीटों पर जीत हासिल कर अपना वर्चस्व स्थापित किया है. यहां बीजेपी और एनसीपी ने एक पैनल बनाकर चुनाव लड़ा था.
जलगांव जिले की बात करें तो यहां की कोठली ग्राम पंचायत में सीनियर एनसीपी नेता एकनाथ खडसे ने किसी तरह जीत हासिल कर ही ली. खडसे के पैनल ने 11 में से यहां 6 सीट जीती हैं. खडसे का पैनल यहां शिव सेना के पैनल के खिलाफ लड़ रहा था. शिव सेना को यहां 5 सीट मिली हैं.
चोंडी ग्राम पंचायत में बीजेपी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री राम शिंदे को झटका लगा है. यहां एनसीपी विधायक रोहित पंवार के पैनल ने 9 में से 7 सीटों पर जीत हासिल की है.
इसी तरह एनसीपी नेता और राज्य में मंत्री धनंजय मुंडे के पैनल ने बीजेपी नेता पंकजा मुंडे के पैनल को धूल चटाई. बीड जिले के परली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सात में से छह पंचायतों में जीत हासिल की है.
अहमदनगर जिले की बात करें तो यहां सीनियर बीजेपी लीडर राधाकृष्ण विखे पाटिल की प्रतिष्ठा बुरी तरह प्रभावित हुई है. लोणी खुर्द गांव में 20 सालों के बाद सत्ता हस्तांतरण हुआ है. 17 में से 13 सीटों पर परिवर्तन पैनल को जीत हासिल हुई है. इस पैनल को कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना तीनों ने सपोर्ट किया था. इस राधाकृष्ण विखे पाटिल 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे.
चंद्रपुर जिले की बात करें तो यहां प्रकाश आंबेडकर (भीम राव आंबेडकर के पोते) की वंचित बहुजन अघाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. वंचित बहुजन अघाड़ी के पैनल ने यहां विसापुर ग्राम पंचायत में 17 में से 9 सीटें जीती हैं. यह बीजेपी मंत्री सुधीर मुंगतीवार के लिए झटके से कम नहीं है.
सोलापुर जिले की बघौली ग्राम पंचायत में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के पैनल ने कमाल किया है. RPI के पैनल ने यहां कांग्रेस, शिव सेना और कांग्रेस के पैनल को हराकर 7 सीटें जीतीं हैं.