मुंबई : अब भी बना हुआ है लेप्टो का खतरा
मुंबई : मॉनसून के खत्म होने के बाद भी मुंबई में लेप्टो का खतरा बना हुआ है। पिछले वर्ष के मुकाबले अक्टूबर में इस वर्ष लेप्टो के मामले दुगुने दर्ज हुए हैं। अक्टूबर 2019 में मुंबई में लेप्टो के 30 केस दर्ज हुए थे, जबकि इस साल अक्टूबर में 63 लोग लेप्टो की चपेट में आ चुके हैं। लेप्टो के सबसे अधिक मामले एफएन, जीएस, जीएन, पीएस और पीएन वॉर्ड में सामने आए हैं। बीएमसी की एग्जिक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर डॉ. मंगला गुमारे ने लेप्टो के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीवर वाटर प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों और प्राणियों के संपर्क में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने बुखार, आंखों के लाल होने, थकान और सर दर्द होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करने को कहा है। लेप्टो दूषित पानी से होने वाला रोग है। इस कारण गंदे पानी के संपर्क में आने वाले नागरिकों को रोग के लक्षण नजर आने पर तत्काल डॉक्टर की सलाह पर दवा लेनी चाहिए।
मुंबई में भले ही लेप्टो के मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन अन्य मौसमी बीमारियों को रोकने में स्वाथ्य विभाग को सफलता मिली है। स्वाथ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में मलेरिया के 486 केस दर्ज हुए हैं, जबकि पिछले साल इस दौरान 536 मामले सामने आए थे। अक्टूबर 2019 में डेंगी से 242 लोग बीमार हुए थे और 2 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वहीं इस वर्ष अक्टूबर में डेंगी के केवल 15 केस दर्ज हुए हैं और किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। पिछले साल अक्टूबर में गैस्ट्रो के 386, हेपेटाइटिस के 70 और एच1एन1 के 4 केस दर्ज हुए थे, जबकि इस दौरान अक्टूबर में गैस्ट्रो के 102 और हेपेटाइटिस के 8 मामले दर्ज हुए, जबकि एच1एन1 का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
रोग के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी डॉक्टरों से कहा कि यदि मरीज को बुखार है और जांच के दौरान डॉक्टर को लगता है कि मरीज को लेप्टो हो सकता है तो उसे डॉक्सीसाइक्लिन दवाई का डोज दिया जाए। परिसर में चूहे की समस्या होने पर नागरिक पेस्ट कंट्रोल अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। लेप्टो से बचने के लिए गंदे पानी में चलने से बचना चाहिए। अगर कोई दूसरा मार्ग नहीं है तो जूते पहन कर ही चलना चाहिए। पानी से बाहर आते ही पैरों को साफ पानी से धोना चाहिए। जिन नागरिकों के पैर में पहले से कोई जख्म है, उन्हें दूषित जल से दूर रहना चाहिए। जख्म के माध्यम से लेप्टो के विषाणु आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। स्वास्थ्य संबंधित समस्या की अधिक जानकारी के लिए लोग 022 24114000 पर कॉल कर सकते हैं।