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नई दिल्ली : अगर आप भीड़भाड़ वाले स्टेशनों से ट्रेन पकड़ेंगे तो आपकी यात्रा थोड़ी महंगी हो सकती है। रेलवे ने व्यस्त स्टेशनों पर यात्रियों से यूजर फी वसूलने का खाका तैयार कर लिया है। यूजर चार्ज टिकट की कीमत में ही शामिल किया जाएगा, जैसा कि एयर टिकट में लिया जाता है। हालांकि, यह बेहद मामूली होगा। रेलवे इस पैसे को स्टेशनों के पुनर्विकास और वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक रंग-रोगन देने में खर्च करेगा। रेलवे बोर्ड के सीईओ और चेयरमैन वीके यादव ने कहा, हम यूजर चार्ज के रूप में बहुत छोटी रकम वसूलेंगे। हम उन स्टेशनों पर यूजर चार्ज वसूलने का एक नोटिफिकेशन जारी करेंगे जिन्हें रीडिवेलप किया जा रहा है या जिन्हें रीडिवेलप कर दिया गया है।' उन्होंने कहा कि जब तक स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट वर्क चलता रहेगा तब तक यूजर चार्ज के रूप में वसूली गई रकम स्टेशनों पर यात्रियों को बेहतर सुविधा देने में इस्तेमाल होगा। यादव ने कहा कि स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट का काम पूरा हो जाने के बाद इस रकम से टिकट कंसेसशन से होने वाले घाटे की भरपाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि यूजर चार्ज इतना कम होगा कि यात्रियों को परेशानी नहीं होगी। यादव ने कहा कि यह इसलिए जरूरी है क्योंकि भारतीय रेल अपने यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा देने पर जोर दे रहा है। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या हर रेलवे स्टेशन पर यूजर फी वसूला जाएगा, तो यादव ने कहा कि 7 हजार रेलवे स्टेशन हैं जिनमें 10 से 15 प्रतिशत स्टेशनों पर ही यूजर फी लिया जाएगा। ये 700 से 750 रेलवे स्टेशन ऐसे होंगे जहां अगले पांच वर्षों में भीड़भाड़ बढ़ने का अनुमान है। इससे पहले, रेलवे अधिकारियों ने पहले के प्रेस कॉन्फ्रेसों में कई बार कहा था कि यूजर चार्ज सिर्फ विकसित स्टेशनों पर ही वसूले जाएंगे। रेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, स्टेशनों पर जितनी सुविधाएं बढ़ेंगी उसके मुकाबले यूजर फी कुछ नहीं होगा।' यूजर चार्ज वसूलने का काम धीरे-धीरे शुरू होगा और चरण दर चरण 10 से 15 प्रतिशत स्टेशनों पर लागू होगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी लोकसभा में एक लिखित जवाब में इस बात की पुष्टि की थी।


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