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नोएडा : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में एक महीने में ठगी के 250 से ज्यादा केस दर्ज किए जाते हैं। इनमें अधिकतर मामले कार्ड क्लोनिंग के होते हैं। इसके अलावा पेटीएम की केवाईसी के नाम पर, विदेश भेजने के नाम पर, लिंक भेजकर, पैसे दोगुना करने के नाम पर ठगी के मामले सामने आते हैं। हालत यह है कि सालभर में सिर्फ आठ से दस लोगों के रुपये ही वापस मिलते हैं। आईआरसीटीसी की वेबसाइट को हैक कर रेलवे ई-टिकट बेचने का फर्जीवाड़ा सामने आया था। पिछले दिनों गाजियाबाद पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी नोएडा के गांव बिशनपुर निवासी मननजय तिवारी ने खुलासा किया था है कि नोएडा में और कई जगह फर्जी आईडी बनाकर रेलवे के ई-टिकट बेचे जा रहे हैं। आरोपी सेक्टर-58 के सी ब्लॉक में फोटोस्टेट की दुकान की आड़ में धोखाधड़ी कर रहा था। आरपीएफ आरोपियों के पास उस सॉफ्टवेयर का पता लगा रही है जो आईआरसीटीसी वेबसाइट को हैक कर लेता है।
कार्ड क्लोन होने बाद जब किसी के खाते से पैसे निकल जाएं तो उसे 24 घंटे के भीतर बैंक में शिकायत करनी चाहिए। बैंक उपभोक्ता से फॉर्म भरवाता है। इसके बाद पीड़ित को साइबर सेल में शिकायत करनी होती है। साइबर सेल जांच के बाद बैंक को ई-मेल करता है। इससे ठगी की पुष्टि हो जाती है। इसके बाद बैंक उपभोक्ता की मुकम्मल रकम वापस कर देता है।

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