Latest News

महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. महाराष्ट्र की सत्ता की चाबी फिलहाल एनसीपी के हाथों में नजर आ रही है. ऐसे में शरद पवार बीजेपी या शिवसेना में जिसके साथ खड़े हो जाएं, सत्ता का सिंहासन उसका है. इसके बावजूद शरद पवार से लेकर एनसीपी के तमाम नेता सरकार बनाने से ज्यादा विपक्ष में बैठने को लेकर सहमत हैं. एनसीपी अगर अपने स्टैंड पर कायम रहती है तो शिवसेना से पास बीजेपी के साथ सरकार बनाने के सिवा कोई और विकल्प नहीं बचेगा.

बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने साफ और कड़े लहजे में महाराष्ट्र में अपनी सहयोगी बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा, 'लोकसभा चुनाव में अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ जो तय हुआ था, उससे न कम और न ज्यादा चाहिए.' उससे एक कण भी अधिक मुझे नहीं चाहिए. हालांकि, शिवसेना ने डिप्टी सीएम के पद पर अभी पत्ते नहीं खोले हैं.

शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर अपने स्टैंड पर अभी तक कायम है. शिवसेना नेताओं का साफ कहना है कि सीट बंटवारे में किन्हीं वजहों से 50-50 फार्मूला लागू नहीं हो पाया था, लेकिन अब सत्ता के बंटवारे में ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री की बात बीजेपी को हर हाल में माननी होगी. यही वजह है कि नतीजे आने के 4 दिन बाद भी महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर एनडीए की ओर से पहल नहीं की गई है. जबकि हरियाणा में बहुमत के कम होने पर जेजेपी से साथ मिलकर सरकार बीजेपी ने बना ली है.

Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement