90 हजार के जाली नोट समेत तीन गिरफ्तार, बांगलादेश से जुड़े हैं गिरोह के तार
भागलपुर की जीरो माइल और सबौर पुलिस की टीम ने पश्चिम बंगाल के जाली नोट तस्कर और रुपये की डिलेवरी लेने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। तस्कर से दो हजार रुपये के 45 नोट बरामद किये गये हैं। गिरोह के तार बांग्लादेश से जुड़े होने की संभावना है। एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि पुलिस टीम को जांच के लिए मालदह भेजा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गुप्त सूचन मिली थी कि मालदह जिले के फरक्का से जाली नोट तस्करों का एक गिरोह रुपये खपाने के लिए भागलपुर आ रहा है। सिटी डीएसपी विधि व्यवस्था नेशार अहमद के नेतृत्व में टीम का गठन कर साइबर सेल को भी शमिल किया गया। साइबर सेल की मदद से फरक्का तीन पहड़ी गांव के मो. नीलू उर्फ मो. छोटू को गिरफ्तार किया गया। साथ ही जीरो माइल थाने के बाबुपुर के राजदेव कुमार मंडल और कपिलदेव मंडल को भी गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी तस्कर से जाली नोट लेकर बाजार में खपाने की तैयारी कर रहा था।
एसएसपी ने कहा कि एक लाख जाली नोट के एवज में 25 हजार असली रुपये पर सौदा होता था। पुलिस टीम में सबौर थानेदार अजय कुमार अजनवी और जीरो माइल थानेदार राज रतन को शामिल किया गया था। तस्करों के पास से चार मोबाइल फोन भी बरामद किये गये हैं। इसकी जांच की जा रही है। सबौर से जीरा माइल के बीच जाली नोट की डील होने वाली थी। नवगछिया में भी जाली नोट के तस्कर को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था।
बांग्लादेश के कलियाचक सीमा के रास्ते जाली नोट के मालदह लाया जा रहा है। मालदह से ही बंगाल, बिहार और झारखंड समेत कई राज्यों में भेजा जा है। देश की अर्थ व्यवस्था को अस्थिर करने के लिए काफी मात्रा में दो हजार रुपये के जाली नोट को मालदह में डंप किया गया है। पुलिस टीम जांच कर रही है कि मो. नीलू का बंगाल और बिहार में किन-किन लोगों से संबंध है।
जाली नोट को धनतेरस और दीवाली के मौके पर ग्रामीण इलाके के बाजार में खपाने की योजना थी। कुछ रुपये खपाए भी गए हैं। एसएसी ने कहा कि जाली नोट की पहचान के लिए बैंक से संपर्क किया जा रहा है। पहली बार भारतीय करेंसी का जाली नोट बरामद किया गया है। आम लोगों को इससे सर्तक रहने की जरुरत है। अन्यथा वह ठगी के शिकार हो सके हैं।