Latest News

मुंबई : देश की आर्थिक राजधानी मुंबई हर साल बारिश का मौसम मुसीबत लेकर आता है। इस बार भी बारिश ने मायानगरी में भारी तबाही मचाई। एक आंकड़े के मुताबिक 10 वर्षों में ही भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से मुंबई को करीब 14 हजार करोड़ रुपये की चपत लगी। यह आंकड़े 2005 से 2015 के बीच के हैं। दरअसल, मॉनसून के दौरान आई बाढ़ के कारण मुंबई में हुए नुकसान का अध्ययन करने के लिए अमेरिका की एक टॉप एजेंसी यूएसटीडीए और टॉप फर्म केपीएमजी को हायर किया गया था। 2005 से 2015 के बीच बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर अब जो रिपोर्ट सामने है, वह बहुत ही भयावह है। यह आर्थिक नगरी मुंबई की उस सच्चाई को भी बयां करता है, जहां एक तरफ तमाम विकास की चकाचौंध के बीच आज भी बारिश में पूरा शहर डूब सा जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक 2005 से 2015 के बीच बाढ़ के कारण मुंबई में करीब 3000 लोगों की जान गई। हालांकि यह आंकड़े सिर्फ 2005 से 2015 के बीच के हैं लेकिन मुंबई में हर मॉनसून में तबाही की यही कहानी है। इस बार भी भारी बारिश से मुंबई को खासा नुकसान पहुंचा है।

इस बार जुलाई में शहर में पिछले 45 साल में दूसरी बार एक दिन में 375.2mm बारिश दर्ज की गई। इससे पहले एक दिन में 375.2mm बारिश जुलाई 1974 में हुई थी। दिल्ली में जितनी बारिश एक साल में होती है, इस बार उतनी मुंबई में चार दिनों में ही हो गई। 26-27 जुलाई 2005 को हुई जोरदार बारिश ने पूरे शहर को डूबो दिया था। इस दिन 24 घंटे के दौरान ही मुंबई में 944.3mm बारिश हो गई थी, जो एक रेकॉर्ड था।

मुंबई नगरपालिका प्रमुख प्रवीण परदेशी ने एक छोटी अवधि में मुंबई में इतनी ज्यादा बारिश और इसकी वजह से बनी बाढ़ की हालत के लिए जलवायु परिवर्तन और भौगोलिक स्थिति को जिम्मेदार ठहराया था। 


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement