मिड-डे मील: मिर्जापुर में छात्रों को नमक-रोटी बांटने का किया खुलासा, पत्रकार पर एफआईआर
यूपी के मिर्जापुर जिले के सियूर प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील बांटने के नाम पर नमक-रोटी देने के मामले में प्रशासन ने दोषियों पर कार्रवाई के बजाय इस घटना का खुलासा करने वाले पत्रकार पर ही एफआईआर दर्ज कराया गया है। इससे पहले डीएम ने भी विद्यालय का दौरा करके माना था कि विद्यालय में बच्चों को रोटी-नमक दिया गया था। उन्होंने दोषी टीचर और एक अधिकारी को निलंबित कर दिया था। उधर, खंड शिक्षा अधिकारी ने घटना का खुलासा करने वाले स्थानीय पत्रकार समेत 3 लोगों के खिलाफ साजिशपूर्वक विडियो बनाने और अन्य धाराओं में शनिवार देर रात मुकदमा दर्ज कराया है।
यह अत्याचार की पराकाष्ठा है! जिसे रामराज्य कहकर प्रचारित किया गया था वहां हर दिन सत्य को कुचलने की ऐसी साजिश हो रही है, यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और अफसोस जनक स्थिति है!
सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंइससे पहले सियूर विद्यालय में पिछले दिनों करीब 100 बच्चों को मिड-डे मील के नाम पर नमक और रोटी बांटा गया था। बच्चों को नमक और रोटी बांटे जाने का विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। इसके बाद राज्य सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। डीएम अनुराग पटेल ने एबीएसए बृजेश सिंह को निलंबित कर दिया था और बीएसए को ट्रांसफर करने की शासन से सिफारिश करने के साथ ही उन्हें कार्यमुक्त भी कर दिया था।
पत्रकार समेत तीन पर केस
दोषियों पर सख्त ऐक्शन की बजाय अब शनिवार को देर शाम खंड शिक्षा अधिकारी प्रेम शंकर राय की तहरीर पर पुलिस ने दो नामजद समेत तीन लोगों के खिलाफ छलपूर्वक तरीके से विडियो वायरल करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस अब केस दर्ज करके मामले की जांच में जुटी हुई है। अपनी तहरीर में राय ने कहा कि सियूर स्कूल की घटना को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार ने साजिश के तहत अपने एक परिचित से मिलकर विडियो बनवाया और उसे वायरल करा दिया।
मिड-डे मील के नाम पर बच्चों को बांटा रोटी-नमक
पुलिस ने तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल, स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल और एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। उधर, इस मामले में बीएसए प्रियंका निरंजन का कहना है कि एफआईआर की कार्रवाई फोन के विवरण के आधार पर की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने जानबूझकर सब्जी नहीं मंगवाया और अपने एक परिचित को बुलाकर विडियो बनवा लिया।
प्रियंका गांधी ने कसा था तंज
बता दें कि इस पूरे में देशभर में यूपी सरकार की किरकिरी हुई थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मिड-डे मील के नाम पर बच्चों को नमक-रोटी देने के मामले का विडियो ट्वीट करते हुए कहा था कि यह उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की व्यवस्था का असल हाल है। जहां सरकारी सुविधाओं की दिन-ब-दिन दुर्गति की जा रही है। बच्चों के साथ हुआ यह व्यवहार बेहद निंदनीय है।