अधिकारी, तीन साथियों के साथ हुआ गिरफ्तार
मुंबई, कोरोना काल में लोग बेरोजगारी की मार से त्रस्त हैं, तो वहीं अक्षय कुमार व अनुपम खेर की लोकप्रिय फिल्म ‘स्पेशल २६’ की तर्ज पर फर्जी पुलिस, आयकर, सीबीआई, जीएसटी, ईडी अधिकारी बनकर लूट-ठगी के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिल रही है। ऐसे ही एक मामले में एलटी मार्ग पुलिस ने ४ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक विक्री कर विभाग का असली अधिकारी है। आरोपियों ने जीएसटी अधिकारी बनकर दक्षिण मुंबई के एक व्यवसायी से ११ लाख रुपए लूट लिए थे।
बता दें कि दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा इलाके में रहनेवाले मूलचंद (बदला हुआ नाम) की मुंबई में काफी संपत्ति (फ्लैट-दुकानें) आदि हैं, जो उन्होंने किराए पर दे रखी हैं। कालबादेवी के पोफलवाड़ी में उनका कार्यालय है, जहां काम करनेवाले दो कर्मचारी मूलचंद के मकान, दुकान आदि का किराया वसूलने का काम करते हैं। १४ जून की शाम पौने ५ बजे मूलचंद के कार्यालय में कथित जीएसटी अधिकारियों ने छापेमारी की थी। खुद को जीएसटी अधिकारी बतानेवाले ४ लोगों ने मूलचंद के कार्यालय में घुसकर दस्तावेजों की जांच की और लॉकर में रखे ३० लाख रुपए निकाल लिए। छापेमारी के दौरान हिसाब-किताब करने के बाद वो लोग जीएसटी के नाम पर ११ लाख रुपए लेकर वहां से चले गए। मूलचंद को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने कर्मचारियों से यह पता करने को कहा कि छापा मारनेवाले अधिकारी असली थे या नकली?
कर्मचारियों द्वारा पता लगाने पर छापा मारनेवाले कथित अधिकारियों के फर्जी होने का विश्वास मूलचंद के कर्मचारियों को हो गया। जिसके बाद मूलचंद के निर्देश पर कर्मचारियों ने एलटी मार्ग पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। डीसीपी सौरभ त्रिपाठी व एसीपी शरद नाईक के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दीपक निकम के नेतृत्व में एलटी मार्ग पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। मझगांव स्थित जीएसटी कार्यालय में उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लगा। लेकिन घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेजों एवं अन्य तकनीकि जांच के आधार पर पुलिस ने एक शख्स की शिनाख्त कर ली, जो कि वास्तव में नागपाड़ा स्थित जीएसटी कार्यालय में विक्री कर अधिकारी के पद पर तैनात था। पुलिस हिरासत में उस विक्री कर अधिकारी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर उसके तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और ११ लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं।