दिसंबर से मार्च के बीच मेट्रो सेवा की नई सौगात
मुंबई, वेस्टर्न एक्सप्रेस हाई-वे से सफर करनेवाले यात्रियों को ‘महाविकास आघाड़ी सरकार’ दिसंबर २०२१ से मार्च २०२२ के बीच मेट्रो सेवा की नई सौगात दे सकती है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा मेट्रो ट्रायल को हरी झंडी दिखाने के बाद मेट्रो ट्रायल रन ३१ मई से शुरू है। भारत इलेक्ट्रिक मूवर्स लि. (बीईएमएल) द्वारा निर्मित मेट्रो के पहले रेक का ट्रायल होने के बाद इन दिनों एमएमआरडीए बीईएमएल के सेकेंड रेक का ट्रायल कर रही है। ट्रायल रन सफल होने के बाद जब मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू होगा, तब वेस्टर्न एक्सप्रेस हाई-वे का ट्रैफिक लगभग २५ फीसदी घटकर सीधे मेट्रो में शिफ्ट हो जाएग।
बीईएमएल के सेकेंड रेक का ट्रायल शुरू हो गया है। मेट्रो २-ए (येलो लाइन) और मेट्रो ७ (रेड लाइन) रूट का ट्रायल रन पिछले कई महीने से जारी है। मेट्रो के ६ प्रोटोटाइप कोच का अलग-अलग स्पीड से ट्रायल रन किया जा रहा है। वर्तमान में चल रहे ट्रायल रन की बात करें तो हाल ही में लूप लाइन पर चारकोप डिपो से दहाणुकरवाड़ी के बीच ट्रायल रन कर उसे मेन लाइन से जोड़ा गया। मेट्रो २-ए येलो लाइन पर स्पीड ट्रायल ट्रेन सेट ३ से किया गया। इसके अलावा तीसरे रेक का ट्रायल दहिसर की ओर किया गया जबकि पहला ट्रायल रन मेट्रो २-ए मार्ग पर सेकेंड रेक का डाउन लाइन पर भी किया जा चुका है। एक-एक कर ट्रायल रन सफल हो रहे हैं। एमएमआरडीए की योजना दोनों लाइन के ट्रायल रन को दो चरणों में पूरा करने की है। पहले चरण के तहत २० किमी चारकोप डिपो/दहाणुकरवाड़ी से आरे दिसंबर २०२१ और शेष लाइन को जनवरी २०२२ में पूरा किया जाएगा, जो कि ३५ किमी लंबी होगी।
ट्रेन सेट का जांच परीक्षण हो जाने के बाद कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी की सर्टिफिकेट मिलेगा। इस दौरान हर महीने दो ट्रेन सेट एमएमआरडीए को भारत इलेक्ट्रिक मूवर्स लिमिटेड से मिलेंगे। अक्टूबर २०२१ तक कुल १० ट्रेन सेट प्राप्त हो जाएंगे। फिलहाल दिसंबर २०२१ से मार्च २०२२ के बीच मेट्रो सेवा आम मुंबईकरों के लिए शुरू करने की योजना है। योजनानुसार सब कुछ ठीक रहा तो नए साल से मेट्रो दौड़ने लगेगी।