बच्चों पर कोरोना अधिक हावी, संक्रमण दर ४.६४ प्रतिशत
मुंबई, राज्य में अब तक कोरोना से संक्रमित हुए बच्चों में सबसे ज्यादा मामले ११ वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों में पाए गए हैं। सितंबर के पहले सप्ताह में इस आयु वर्ग के १८,४१३ बच्चे संक्रमित पाए गए थे, जो चार प्रतिशत की वृद्धि है। पिछले सप्ताह १० साल से ज्यादा उम्र के ८६५ बच्चे और ११ साल से ज्यादा उम्र के २,४२० बच्चे संक्रमित हुए थे। राज्य में १० साल से कम उम्र के २ करोड़ १५ बच्चे हैं और इनमें से अब तक २ लाख ६ हजार ७५६ कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। कुल बच्चों में से केवल ०.९६ प्रतिशत ही संक्रमित हैं।
मुंबई में संक्रमण में तीन फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। मुंबई में कुल मरीजों की संख्या की तुलना में १० वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों में संक्रमण दर लगभग दो प्रतिशत है और ११ वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों में ४.६४ प्रतिशत है।
बच्चों के कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. सुहास प्रभु के अनुसार पहली लहर में कुल मरीजों में से १० फीसदी संक्रमित हुए। दूसरी लहर में अनुपात में एक प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कुल मिलाकर संक्रमित बच्चों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। बच्चों की सुरक्षा के लिए वर्तमान में टीके उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए भविष्य में बच्चों के संक्रमित होने की संभावना अधिक है। अब पाबंदियों में ढील दी गई है, बच्चे घर से बाहर हो रहे हैं। वे भी अपने माता-पिता के साथ यात्रा कर रहे हैं। इसलिए त्योहारी सीजन के दौरान मरीजों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। बच्चों में बुखार, शरीर में दर्द, सिर दर्द, गले में खराश, सर्दी या भरी हुई नाक, स्वाद और गंध, खांसी मुख्य लक्षण हैं। कोरोना से प्रभावित होते हैं तो भी उनमें से ८० प्रतिशत घर पर ही ठीक हो जाएंगे।