रक्षाबंधन के दिन पांच घंटे का जंबो ब्लॉक
मुंबई, कल रक्षाबंधन है। रविवार को रक्षाबंधन होने के कारण दीदी को अपने भाई के घर पहुंचने में देरी हो सकती है। दरअसल, रक्षाबंधन के दिन पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे और हार्बर रेल मार्ग पर रेलवे प्रशासन ने पांच घंटे का जंबो ब्लॉक लेकर त्योहार में रोड़ा डाल दिया है। हालांकि लोकल ट्रेन में सफर करने की अनुमति फिलहाल कोरोना वैक्सीन की दो डोज ले चुके पासधारक यात्रियों को ही है, इनमें कई नौकरीपेशा बहनों का भी समावेश है। ऐसे में ब्लॉक होने से इन बहनों को अपने भाइयों के घर तक पहुंचने में परेशानी उठानी पड़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक ट्रैक सिग्नलिंग और ओवरहेड के रखरखाव के लिए रेलवे समय-समय पर संडे को मेगा ब्लॉक लेती है। संयोग से इस बार रक्षाबंधन भी संडे को है। हर साल रक्षाबंधन के दिन उपनगरीय रेल मार्ग पर यात्रियों की आम दिनों के मुकाबले अधिक भीड़ देखी जाती है। ऐसे में कई बार अनहोनी होने का खतरा भी बना रहता है। नालासोपारा की रहनेवाली ४० वर्षीय नौकरीपेशा महिला यात्री दक्षा गुरव ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन उसे लोकल ट्रेन से अपने भाई के घर चर्नी रोड जाना पड़ता है।
दक्षा का कहना है कि रक्षाबंधन के दिन ब्लॉक लेकर रेलवे ने रक्षाबंधन में रोड़ा बनने का काम किया है। रेलवे को ब्लॉक पर एक बार फिर विचार करना चाहिए क्योंकि इस दिन लोकल में अधिक भीड़ होती है। वहीं अन्य एक महिला यात्री आरती वाघेला का कहना है कि भले ही रक्षाबंधन के दिन धीमी लाइन पर लोकल सेवा शुरू रहेगी लेकिन उस दिन ब्लॉक होने के कारण धीमी लाइन पर अधिक भीड़ होगी। यही हाल मध्य रेलवे के उपनगरीय रेल मार्ग का भी रहेगा।
रेल यात्री परिषद ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि रक्षाबंधन के दिन महिला यात्रियों को टिकट लेने की इजाजत दी जाए, ताकि उस दिन अपने भाई के घर राखी बांधने जानेवाली बहनों को सुविधा हो। जहां तक बात मेगा ब्लॉक की है तो रेलवे लोकल की भीड़ से अच्छी तरह परिचित है। इस दिन रेलवे द्वारा ब्लॉक लेना दुर्भाग्यपूर्ण है।
रक्षाबंधन के दिन लोकल में हर साल आम दिनों के मुकाबले अधिक भीड़ होती है। ऐसे में ट्रेन में चढ़ने के चक्कर में कई बार महिला यात्री या तो चढ़ नहीं पातीं या फिर किसी हादसे का शिकार हो जाती हैं। इस बार रक्षाबंधन संडे को आ रहा है। जाहिर सी बात है भीड़ लोकल ट्रेन में होगी। ऐसे में उपनगरीय मार्ग पर रेलवे द्वारा ब्लॉक लेना अनुचित है। समय रहते रेलवे को ब्लॉक के बारे में पुनर्विचार कर इसे रद्द कर देना चाहिए।