अब स्टील की सुरक्षा दीवार
मुंबई, मानसून के दौरान हर साल मध्य रेलवे के घाट सेक्शन में बड़ा नुकसान भूस्खलन के कारण होता है। इस साल पटरियों में चट्टानों के टुकड़े या बोल्डर गिरने से भी काफी नुकसान हुआ है। इस तरह के हादसे सुरंगों में होने से परेशानी काफी बढ़ जाती है और राहत कार्य में मुश्किलें पैदा होती हैं। सुरंगों की चट्टानों को गिरने से बचाने के लिए मध्य रेलवे अब स्टील की सुरक्षा दीवार लगाने जा रही है। सुरंगों में मेटल प्रâेम लगाकर दीवारों और छतों को सुरक्षित किया जाएगा, ताकि स्टील बॉडी से सुरंग को सुरक्षित किया जा सके।
मध्य रेलवे के कल्याण कसारा (६७ किमी) और कल्याण कर्जत (६१ किमी) घाट सेक्शन पर कुल २१ स्टील के स्ट्रक्चर लगाए जाएंगे। इन स्ट्रक्चर से न केवल बोल्डर रुकने में मदद होगी, बल्कि पटरियों पर गिरनेवाला कीचड़ भी रुकेगा। इन स्ट्रक्चर को घाट सेक्शन की सुरंगों में लगाया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि सामान्य स्थिति में बोल्डर गिरने पर क्रेन की सहायता से हटा लिया जाता है लेकिन सुरंगों में क्रेन इत्यादि का घुसना मुश्किल होता है इसलिए यहां सुरक्षा का इंतजाम करना जरूरी है।
इस साल मानसून में खासतौर पर जुलाई में क्षमता से ज्यादा बरसात होने के कारण घाट सेक्शन में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था। मध्य रेलवे ने उन स्थानों को चिह्नित किया है, जहां सबसे ज्यादा खतरा है। इन चिह्नित किए स्थानों में स्थित सुरंगों को मेटल प्रâेम लगाकर विस्तारित किया जा रहा है। कल्याण-कसारा में ७ और कल्याण-कर्जत में १४ स्थानों पर मेटल प्रâेम लगाने का काम किया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतर सुरंगें मिड सेक्शन में होने के कारण बोल्डर या कीचड़ गिरने का खतरा ज्यादा होता है। सुरंगों के निकास और प्रवेश पर कम से कम ५० से १०० मीटर तक इन्हें लगाया जा रहा है।