गणेशोत्सव पर होगा नियमों का पहरा
मुंबई, महाराष्ट्र का सर्वाधिक लोकप्रिय त्योहार ‘गणेशोत्सव’ समीप आ रहा है। मुंबई में इस बार फिर लालबाग के राजा विराजेंगे। ९३ साल पुराने इस गणेशोत्सव आयोजन को इस साल कोविड-१९ महामारी को देखते हुए पूरे नियमों के साथ आयोजित किया जाएगा। मंडल की ओर दी गई जानकारी के अनुसार गणेशोत्सव को ‘हेल्थ फेस्टिवल’ के रूप में गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी के बीच में मनाया जाएगा। इस दौरान भगवान गणेश की बड़ी मूर्ति की जगह ३-४ फुट छोटी मूर्ति लगाई जाएगी। गणेशोत्सव में पारंपरिक रूप से पूजा-पाठ भी होगा।
बता दें कि हर साल गणेशोत्सव के दौरान लाल बाग के राजा की १५ फुट से बड़ी मूर्ति लगाई जाती थी और इस दौरान बड़ी हस्तियां भगवान गणेश के दर्शन के लिए वहां आती हैं। भगवान गणेश को इस आयोजन के दौरान बड़ी मात्रा में चंदा मिलता है। इसमें सोना और चांदी जैसी बहुमूल्य चीजें भी होती हैं। हर साल पंडाल में ८० हजार से लेकर १ लाख भक्त आते हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले साल कोविड-१९ के मद्देनजर कम स्तर पर गणपति समारोह का आह्वान किया था और मंडलों से सामाजिक कल्याण कार्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया था। इस साल १० दिनी महोत्सव २२ अगस्त से शुरू हो रहा है। समीक्षा बैठक करने के बाद सीएम ठाकरे ने कहा था कि कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है इसलिए त्योहार को भव्यता के साथ मनाना संभव नहीं होगा। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने सरकार को सुझाव दिया है कि कोविड-१९ महामारी के कारण लोगों को किसी भी तरह का त्योहार मनाने की अनुमति नहीं दी जाए।