मुंबई : बढ़ाए गए खाद की कीमतों को वापस लेने की मांग, शरद पवार ने केंद्रीय मंत्री सदानन्द गौड़ा को लिखा पत्र
मुंबई : केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए गए उर्वरक खाद के दामों का राकांपा प्रमुख शरद पवार ने विरोध किया है। मंगलवार को केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा को पत्र लिखकर उर्वरक कीमतों में किए गए बढ़ोत्तरी को वापस लेने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री को लिखे गए पत्र में पवार ने कहा है कि कोरोना भारी संकट के बीच सरकार का यह फैसला किसानों के जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है, जिसे गंभीरता से लेते हुए सरकार को तत्काल मूल्य वृद्धि को वापस लेना चाहिए। पवार ने केंद्रीय मंत्री को देश में कोरोना के हालात और किसानों पर संकट की जानकारी दी है,जिसमे पवार ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से जनता पर असर पड़ा है। कोरोना ने किसानों को भी प्रभावित किया है और उनकी समस्याओं को दूर करने की जरूरत है। पवार ने कहा कि सरकार को किसानों की मदद करने के बजाय खाद के दाम बढ़ाना ठीक नहीं है। ऐसे में केंद्र के इस फैसले का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है, उन्होंने कहा कि सरकार का खाद की कीमतों में बढ़ोतरी का यह फैसला चौंकाने वाला है। इस पर पुनर्विचार होना चाहिए।
पवार ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार खाद के बढ़ाए गए दामों को जल्द से जल्द वापस लें लेगी, अगर ऐसा नहीं करती है तो राकांपा पूरे राज्य में खाद के दाम के बढ़ोत्तरी के खिलाफ आंदोलन करेगी। बतादें की पवार से पहले राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटिल ने इस मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं। पाटिल ने कहा था कि केंद्र की इस नीति के विरोध में राकांपा राज्यव्यापी आंदोलन करेगी।