मुंबई में 10 हजार मौतें, एमेजॉन पर लटकी कार्रवाई की तलवार
मुंबई : धीरे –धीरे अब कोरोना संक्रमण देश में कमजोर पड़ने लगा है. हालांकि संक्रमण का ख़तरा अब भी बना हुआ है और सर्दियों में इसके बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. इसी बीच सबसे अधिक कोरोना से प्रभावित राज्य महाराष्ट्र का मुंबई महानगर, देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां कोरोना ने 10 हजार से ज़्यादा लोगों की जिंदगी छीन ली है. यह भी पता चला है कि कोरोना से जान गंवाने वाले 85 फीसद मरीज ऐसे थे जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा थी. वहीं बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,059 नये मामले सामने आए. इसके बाद रविवार को संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 16,45,020 हो गई. 112 लोगों की मौत हुई. लेकिन इस सबके बीच हैरानी की बात ये है कि बावजूद इतने मामलों के महाराष्ट्र में रेलवे की ओर बनाई गईं कोविड केयर कोचेज़ का इस्तेमाल नहीं किया गया. एक आरटीआई में इस बात का ख़ुलासा हुआ है.
आने वाले दिनों में केंद्र सरकार अमेरिका की ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन पर कार्रवाई कर सकती है. दरअसल, एमेजॉन को डेटा प्रोटेक्शन बिल को लेकर संसद की संयुक्त समिति के सामने पेश होना था लेकिन अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी ने इससे इनकार कर दिया. अब संसदीय समिति इसे विशेषाधिकार के हनन का मामला मान रही है और सरकार से एमेजॉन पर कार्रवाई की सिफारिश की है. एमेजॉन को 28 अक्टूबर को पेश को कहा गया था. कंपनी ने इस संबंध में लिखित तौर पर न आने की वजह बताई है. कंपनी ने कहा है महामारी के दौर में यात्रा करना मुश्किल है और मसले पर प्रस्तुत होने के लिए उसके जो अधिकारी हैं वे विदेश में रहते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में खूनी खेल शुरू हो चुका है. बिहार के शिवहर में शनिवार को जनता दल राष्ट्रवादी के प्रत्याशी और उनके एक समर्थक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना उस वक्त की है, जब प्रत्याशी श्रीनारायण सिंह अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार में निकले हुए थे. वहीं बाइक पर आए दो लोग पहले उनके काफ़िले में शामिल हुए इसके बाद पिस्टल से उनके ऊपर एक के बाद एक फ़ायर कर दिए. उपचार के लिए ले जाते वक़्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. वहीं प्रत्याशी के समर्थकों ने एक हत्यारे को मौके से दबोच लिया, जिसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इस मामले में अब नीतीश कुमार को बाकी पार्टियों ने घेरना शुरू कर दिया है