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महाराष्ट्र : महाराष्ट्र और मुंबई में कोरोना महामारी का संकट अभी भी बरकरार है। कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला अभी भी जारी है। हालाँकि अच्छी बात यह है कि अब मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा बढ़ रहा है। मरीजों को ठीक करने में प्लाज़्मा थेरेपी काफी कारगर सभी हो रही है। इसलिए मुंबई केईएम अस्पताल में प्लाज़्मा बैंक खोलने के फैसला प्रशासन ने किया है। कोरोना मरीजों को ठीक करने में कारगर साबित हो रही प्लाज़्मा थेरेपी को और भी मरीजों के लिए मुहैया करवाने के मकसद से अब केईएम अस्पताल प्लाज़्मा बैंक खोला जायेगा। जिससे ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिल सके। जब मरीजों को बड़े पैमाने पर प्लाज्मा उपलब्ध होगा तब महंगे इंजेक्शन के खर्च से निजात मिल सकेगी।

फ़िलहाल मुंबई शहर के अस्पतालों में ‘प्लाज्मा’ थेरेपी जरिये कोरोना को हरा चुके मरीजों के खून से एंटीबॉडीज लेकर उसका इस्तेमाल कोरोनाग्रस्त मरीजों के उपचार में किया जा रहा है। मध्यम और तेज लक्षण वाले मरीजों के लिए भी प्लाज्मा थेरेपी असरदार साबित हो रही है। फिलहाल मनपा के नायर, सायन और केईएम अस्पताल में प्लाज्मा सेंटर शुरू किया गया है लेकिन सभी के लिए प्लाज़्मा उपलब्ध करवा पाना मुश्किल हो रहा है।

कोरोना के मरीजों और उनके परिवारों को जितना डर कोरोना का है उतना ही डर कोरोना के मंहगे इलाज का है। कोरोना के इस्तेमाल की जाने वाली रेमडेसिविर के इंजेक्शन काफी मंहगे होने और पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने से मरीजों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। बीएमसी के अडिशनल कमिश्नर सुरेश काकानी के मुताबिक मरीजों की सहूलियत के लिए यह कदम उठाया गया है। प्लाज़्मा बैंक को दो सप्ताह के भीतर शुरू करने का प्रयास है। प्लाज़्मा थेरपी की मदद से साढ़े सात हज़ार में ही कोरोना मरीजों को इलाज उपलब्ध होगा।


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