मुंबई :कोविड केंद्रों में महिलाएं सुरक्षित नहीं, कोरोना के दौरान यौन उत्पीड़न के मामले बढ़े
मुंबई : एक तरफ महाराष्ट्र कोरोना महामारी के संकट से बुरी से तरह जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बलात्कार के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महामारी के इस दौर में यौन उत्पीड़न के यह मामले कोविड केंद्र में अंजाम दिए जा रहे हैं। जहां पर या तो महिलाएं कोरोना का इलाज करवाने आती हैं या फिर किसी मरीज की देखभाल करने के लिए आती हैं। लेकिन यह महिलाएं कोविड केंद्र पर मौजूद दरिंदों का शिकार बन रही हैं । ऐसे कई मामले मुंबई और महाराष्ट्र में दर्ज हुए हैं और ना जाने कितने मामले ऐसे होंगे जो पुलिस स्टेशन की दहलीज तक पहुँचते ही नहीं होंगे। बताया की अब तक राज्य में कोविड सेंटर से जुड़े हुए 12 छेड़छाड़ और दो बलात्कार के मामले के मामले दर्ज हो चुके हैं।
ताज मामला मानखुर्द के एक कोविड सेंटर का है जहां एक 17 वर्षीय लड़की के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। महिला कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहाँ आइसोलेशन यानि क्वारंटीन में थीं। लेकिन दरिंदों ने अस्पताल जैसी जगह को भी नहीं छोड़ा। बताया की बीते 3 बजे अस्पताल के सैनिटाइज़र कर्मी ने तेरहवें फ्लोर पर जाकर युवती के साथ छेड़छाड़ की।
नवी मुंबई के क्वारंटीन सेंटर में भी एक 40 साल की महिला से बलात्कार का मामला कुछ दिन पहले सामने आया था। पनवेल पुलिस ने पीड़ित महिला के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 औए 354 के तहत मामला दर्ज किया गया था। जानकारी के अनुसार महिला के पास वार्ड में एडमिट एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की नीयत पहले से खराब थी। वह डॉक्टर बनकर महिला के पास गया और तबियत के बारे में पूछा, महिला ने बदन दर्द की शिकायत बताई । आरोपी ने महिला को कपड़ा उतारने बोला क्योंकि मसाज करना पड़ेगा, फिर मुँह दबाकर रेप किया। मामले ने जब तूल पकड़ा तो सरकार ने जांच के आदेश दिए थे।