नई दिल्ली : लोकसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित
नई दिल्ली : संसद का मॉनसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगा. इसमें कोविड-19 प्रोटोकॉल का खासा ध्यान रखा गया है। इस सत्र के दौरान कोई भी छुट्टी नहीं होगी.लगातार बैठकें होंगी और 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 18 बैठकें होंगी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लद्दाख को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है। विपक्षी पार्टियां इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराना चाहती हैं, वहीं सरकार की नजर करीब दो दर्जन विधेयकों को पारित कराने पर है। कोरोना वायरस महामारी की छाया के बीच संसद सोमवार से 18 दिन के मानसून सत्र के लिए पूरी तरह तैयार है। सत्र ऐसे समय आयोजित हो रहा है जब देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
लोकसभा में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, वर्तमान लोकसभा के सदस्य एच वसंतकुमार और 13 पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के उपरांत सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 20 मिनट बाद एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। कोविड-19 महामारी की परिस्थिति के बीच सामाजिक दूरी और संबंधित दिशानिर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करते हुए सदन की कार्यवाही सुबह नौ बजे आरंभ हुई। सदन की बैठक आरंभ होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों को ‘भारत रत्न’ मुखर्जी, पंडित जसराज, वसंत कुमार और 13 पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी। इसके बाद सभा ने कुछ पल मौन रखकर इन दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी। फिर बिरला ने सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 94,372 नए मामले आए हैं। सरकार की नजर 23 विधेयकों पर चर्चा और इसे पारित कराने पर है। इसमें 11 ऐसे विधेयक भी हैं जो अध्यादेशों का स्थान लेंगे। इनमें से चार विधेयकों का विपक्षी दल विरोध कर सकते हैं। ये चारों विधेयक कृषि क्षेत्र और बैंकिंग नियमन से जुड़े अध्यादेश का स्थान लेंगे। विपक्षी दलों ने महामारी से निपटने, अर्थव्यवस्था की स्थिति और लद्दाख में सीमा पर चीनी आक्रामकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को घेरने का फैसला किया है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की पहली बैठक में इन मांगों को उठाया लेकिन इन चर्चाओं के लिए अब तक समय नहीं दिया गया है । लोकसभा के लिए कार्यमंत्रणा समिति की बैठक एक बार फिर 15 सितंबर को होगी । इसमें पहले सप्ताह के लिए कार्य को लेकर मुद्दों पर चर्चा होगी । कांग्रेस ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति में भी इसी तरह की मांग की।