Latest News

मुंबई : मुंबई में कोरोना की गिरफ्त में आने वाले 50 प्रतिशत मरीजों को वायरस से कोई तकलीफ नहीं होने की बात बीएमसी प्रशासन ने कही है.जानकारों की माने तो यह खबर अच्छी और बुरी भी है.अच्छी खबर यह है कि व्यक्ति जल्द ठीक हो सकता है, लेकिन बुरी खबर यह है कि बिना लक्षण वाले मरीज दूसरे को अनजाने में संक्रमित कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें यह नहीं पता होता है कि वे भी वायरस की चपेट में हैं.

राज्य में कोरोना का संकट गहराता ही जा रहा है.कोरोना से अब तक 21000 लोग ग्रसित हो चुके हैं. महाराष्ट्र में फिलहाल 15000 से ज्यादा एक्टिव केसेस हैंं. जिसमें से 51 प्रतिशत मरीजों में कोई लक्षण या किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या नहीं देखी गई है. स्टेट हेल्थ सर्विस की निदेशक डॉ. अर्चना पाटिल ने बताया कि अधिक्तर असिम्प्टोमैटिक (बिना लक्षण) पाए जाने वाले मामले पॉजिटिव मरीजों के क्लोज कॉन्टैक्ट हैं. कई मरीजों में लक्षण आते ही नहीं हैं. 5 दिन बाद वायरस खुद ही शरीर छोड़ देता है.बिना लक्षण वाले मरीजों का समय-समय पर स्वास्थ्य जांच की जाती है. इन्हें किसी भी प्रकार की कोई दवाई नहीं दी जाती है क्योंकि इनमें कोई लक्षण ही नहीं आते हैं. बीएसमी की उप कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्षा शाह ने बताया कि मुंबई में लगभग 50 प्रतिशत मरीजों को कोई तकलीफ नहीं होती है. परंतु इन्हें भी एकांत में रखा जाता है ताकि यह दूसरों को संक्रमित न करें.


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement