नागपुर : बाहर से आए कैदी 7 दिनों के लिए कोरोंटाइन
नागपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए नागपुर सेंट्रल जेल में भी तरह-तरह की उपाययोजना की जा रही है. बाहर से आए कैदियों को 7 दिनों के लिए जेल के भीतर बने विशेष यार्ड में कोरोंटाइन किया जा रहा है. इसके लिए जेल में 5 सेल बनाई गई है. नए कैदियों को पहले वहीं रखा जा रहा है. जेल में कोई इनफेक्शन न फैले इसके लिए जेल प्रशासन द्वारा पूरी सावधानी बरती जा रही है. नागपुर सेंट्रल जेल की क्षमता 1840 कैदियों को रखने की है, जबकि यहां हमेशा 2500 से ज्यादा कैदी ही रहते हैं. रोजाना किसी न किसी मामले में न्यायालयीन कैदी जेल में आते हैं.
पिछले कुछ दिनों में आपराधिक वारदातें कम होने से कैदी कम जरूर आ रहे हैं, लेकिन अन्य प्रकरणों की सुनवाई जारी है. कैदियों की स्वास्थ्य समस्या को लेकर उन्हें अस्पताल भेजना पड़ता है. ऐसे में उनकी पूरी जांच भी जरूरी है. हालांकि जेल प्रशासन ने पहले ही न्यायालय को पत्र लिखकर न्यायालयीन कैदियों को जेल में भेजने से पहले पूरी मेडिकल जांच करवाने की अपील की थी. फिर भी जेल प्रशासन पूरी एहतियात बरत रहा है. जेल में कैदियों की परिजनों से मुलाकात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. इससे भीड़ कम हो गई है.
जेल के भीतर जाने से पहले सभी कैदियों की स्कैनिंग की जा रही है. गेट पर ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. बाहर से आने वाले पुलिसकर्मी और कैदी पहले गेट के बाहर हाथ साफ करते हैं. इसके बाद प्रमुख द्वार पर इंफ्रारेड थर्मामीटर से उनका टेंपरेचर जांच किया जा रहा है. कैदियों के साथ सुरक्षाकर्मियों की भी जांच चल रही है. पहले कैदी जेल में साबुन के लिए तरसते थे. जेल की कैंटीन से ही साबुन आदि सामान खरीदना पड़ता था, लेकिन कोरोना के चलते खुद जेल प्रशासन ने सभी बैरेक में डिटोल और साबुन उपलब्ध करवाया है. कैदियों को समय-समय पर अपने हाथ साफ करने को कहा जा रहा है. इनफेक्शन से बचने के लिए नहाते समय पानी के कुंड में डिटोल डाला जा रहा है.
कैदियों की सेवा के लिए जेल में ही मास्क तैयार किए जा रहे हैं. 20 से 25 कैदियों की टीम लगातार मास्क बनाने के काम में जुटी है. जेल के 2500 कैदियों को मास्क बांटे जा चुके हैं. नागपुर सेंट्रल जेल की तैयारियों को देखते हुए अब अन्य विभाग भी मास्क की मांग कर रहे हैं. अब 20 जगहों से मास्क बनाने के आर्डर कैदियों को मिल चुके हैं. इसमें सामाजिक न्याय विभाग, न्यायालय, हेडगेवार ब्लड बैंक, गड़चिरोली जेल का समावेश है. अमरावती जेल विभाग ने तो 20,000 मास्क की मांग की है. इसके लिए कैदी ओवरटाइम भी कर रहे हैं. जेल एसपी अनूप कुमरे ने बताया कि अच्छा काम कर रहे अच्छे आचरण वाले कैदियों की सजा कम करने पर भविष्य में विचार किया जाएगा.
जेल के सुप्रिटेंडेंट अनूप कुमरे ने बताया कि जेल के तत्कालीन एडीजी भूषणकुमार उपाध्याय की संकल्पना से जेल में रेडियो स्टेशन तैयार किया गया था. यहां जेल के कैदी ही यहां रेडियो जॉकी की भूमिका निभाते हैं. जेल रेडियो के माध्यम से हर 2 गाने के बाद कैदियों को साफ-सफाई और अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की अपील की जा रही है. हमने जेल के कैदियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम कर रखे हैं. सभी के कंबल आदि वस्तुओं को धोने के लिए गरम पानी, एंटीसेप्टिक लिक्विड दिया जा रहा है.