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मुंबई : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत के बाद नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने पर एक बार फिर से जोर देना शुरू किया है। पार्टी प्रमुख शरद पवार ने बताया कि इस सिलसिले में उनकी अन्य दलों से बातचीत हो रही है। दिल्ली में बीजेपी की पराजय पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने मंगलवार को कहा कि यह उसके अंत की शुरुआत है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में उसे पहले ही नाकामयाबी हाथ लगी है। उन्होंने कहा, 'हार का यह सिलसिला थमने नहीं वाला है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि जनता को बीजेपी के अलावा विकल्प दिया जाए।' पवार और अन्य पार्टियों के नेता कई राज्यों में बीजेपी-विरोधी मोर्चा बनाने पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने बताया, 'हम विकल्प तैयार करने पर चर्चा कर रहे हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि इसे 100 पर्सेंट सफलता मिलेगी, लेकिन यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।'

भगवा पार्टी के पूर्व सहयोगी दल शिव सेना ने भी दिल्ली में उसकी पराजय पर खुशी जताई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'जन की बात ने मन की बात को पछाड़ा है। केंद्र में सत्तासीन होने के नाते राष्ट्रवादी कहलाने वाले इस पार्टी ने अपना पूरा जोर लगा दिया था। उसके बावजूद वह झाड़ू (आप का चुनावी निशान) से मुकाबला नहीं कर पाई। उन्होंने अपनी ताकत का पूरा इस्तेमाल करते हुए दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा। केजरीवाल को आतंकवादी बुलाया। उन्होंने लोगों का ध्यान स्थानीय मुद्दों से भटकाकर अंतरराष्ट्रीय मामलों की ओर ले जाने की कोशिश की। दिल्ली के वोटर उनके 'केवल हम देशभक्त हैं और बाकी सब राष्ट्रविरोधी' वाले जुमले को समझ चुके हैं।'

एनसीपी प्रमुख के पोते रोहित पवार ने कहा कि एसपी और बीएसपी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि दोनों पार्टियों को लोकसभा चुनाव में गठबंधन के बावजूद हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, विधानसभा चुनाव में हालात अलग होंगे। रीजनल पार्टियों को पश्चिम बंगाल में तृणमूल से हाथ मिलाना चाहिए। अन्य राज्यों में भी बीजेपी के खिलाफ पार्टियों को साथ आना चाहिए। इससे उन्हें महाराष्ट्र जैसा परिणाम मिलेगा।' NCP नेता का कहना है कि पार्टियों को आपसी मनमुटाव पीछे छोड़ते हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ एकजुट हो जाना चाहिए। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे से उन्हें हैरानी नहीं हुई। पवार ने कहा, 'उनमें (बीजेपी में) अहंकार भरा था। बीजेपी देश के लिए अभिशाप है और लोगों को यह समझ आ गया है।' दिल्ली ने 'BJP के कम्युनल कैंपेन को ठुकराया है, जो धार्मिक भेदभाव और एक अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने पर आधारित था।


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