CAA के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के पीछे SDPI और PFI का हाथ
मेरठः मेरठ में नागरिकता संसोधन एक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) नामक एक राजनीतिक संगठन के दो पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि 20 दिसंबर को हुए प्रदर्शन के दौरान के लोग मुस्लिम युवकों को भड़का रहे थे. साथ ही भड़काऊ पोस्टर और पर्चे बांट रहे थे. नौचंदी थाने के प्रभारी आशुतोष कुमार का कहना है कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि मेरठ के शास्त्री नगर, सेक्टर 13 में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का दफ्तर है. जहां पिछले कई दिनों से 20 तारीख को होने वाले प्रदर्शन के लिए भड़काऊ पोस्टर और पर्चे बांटे जा रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने एसडीपीआई के ऑफिस छापा मारा. पुलिस ने मौके से एसडीपीआई के सचिव हापुड़ सिकंदर गेट निवासी नूर हसन और हमीरपुर निवासी मुईद को गिरफ्तार किया है. उनके ऑफिस से भड़काऊ सामग्री और पर्चे बरामद किए गए हैं. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के साथ में मिलकर काम करते हैं.
ये जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट इंडिया के सेक्टर 12 स्थित कार्यालय पर छापेमारी की. लेकिन वहां कुछ पोस्टर के अलावा कुछ नहीं मिला. पुलिस का कहना है कि वहां पिछले कुछ महीनों से पार्टी का ऑफिस चल रहा था. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया एक राजनीतिक पार्टी है. इस पार्टी की आड़ में यहां से लोगों को भड़काऊ पोस्टर और पर्चे बांटे जा रहे थे. पुलिस का कहना है कि इनके खिलाफ धारा 153/क यानी धार्मिक आधार पर किसी की भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों को फिलहाल कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. आपको बताते चलें कि बीते शुक्रवार यानी 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद मेरठ में नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था. जिसमें हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान कई वाहनों में आगजनी की गई. बाजारों में तोड़फोड़ की गई. सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था. इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत भी हो गई थी. एक पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया गया था.