होटल में खाना परोसने वालों की अब खैर नहीं खराब खाना परोसा तो हो सकती है जेल
सरकार ने फूड सेफ्टी के मोर्चे पर एक बड़ा फैसला लिया है. अब उपभोक्ता खाने-पीने के किसी भी सामान की लैब में टेस्टिंग (Food Testing) करा सकेंगे. अगर टेस्ट में सैंपल खराब पाया जाता है तो उनको टेस्ट का पैसा वापस कर दिया जाएगा. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि इस सुविधा से खाने-पीने के सामान की क्वॉलिटी (Food Quality) को सुधारने के मामले में क्रांति आ सकती है. उसका कहना है कि इस तरह की टेस्टिंग कोई भी शख्स करा सकता है, लेकिन उसे यह काम किसी उपभोक्ता संगठन के माध्यम से करना होगा.
गौरतलब है कि कई बार लोग खाने-पीने के सामान से शिकायत होने के बावजूद उसकी जांच नहीं करा पाते.इसकी एक बड़ी वजह जांच का खर्च भी है. अथॉरिटी का मानना है कि पैसा वापस होने की सुविधा मिलने से लोग फूड सैंपल्स की जांच के लिए आगे आएंगे और सिर्फ सरकारी एजेंसियों पर निर्भर नहीं रहेंगे.