शरद पवार बाघ की तरह जाग तो गए, लेकिन क्या अब देर हो गई है?
एनसीपी के कई नेता विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी छोड़कर जा चुके हैं और अब शरद पवार को पूरे राज्य का दौरा करना पड़ रहा है. इसमें उन्हें युवाओं का समर्थन तो मिल रहा है लेकिन क्या अब बहुत देर हो चुकी है?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार विधानसभा चुनाव से पहले पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं. इन दिनों उनकी पार्टी का अच्छा समय नहीं चल रहा है. पार्टी के कई बड़े नेताओं ने उसका साथ छोड़ दिया है. कुछ पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, कुछ की जाँच चल रही है और कुछ नेताओं पर नए केस दर्ज किए जा रहे हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाला मामले में ख़ुद शरद पवार, उनके भतीजे और पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज किया है.
बहुत से नेताओं ने शरद पवार का साथ छोड़ दिया. 80 साल की उम्र में उन्हें अब एक बार फिर पार्टी संभालने की सारी ज़िम्मेदारी उठानी पड़ रही है. इससे पहले भी दो बार ऐसा हुआ था उस वक़्त उन्होंने पूरे राज्य का दौरा करके कामयाबी पा ली थी लेकिन क्या इस बार भी ऐसा होगा? हमने इन्हीं सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश की है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उल्हास पवार ने बीबीसी मराठी से बातचीत में कहा, "जैसे एक शेर पूरी तैयारी के साथ दहाड़ता है वैसे ही अब शरद पवार भी बिना आत्मविश्वास खोए जग चुके हैं."