भारत में पत्रकारों का है बुरा हाल, चीन में हालत और भी गंभीर, पढ़ें चौंकाने वाली रिपोर्ट
पेरिस: सोशल मीडिया पर यूपी के एक रिपोर्टर से मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में अमित शर्मा नाम के स्ट्रिंगर की रेलवे पुलिस ने जमकर पिटाई की. पहले उसका मोबाइल छीना गया, मारपीट की गई और फिर रात भर जेल में रखा गया. इसका जुर्म सिर्फ इतना था कि वह ट्रेक शंटिग (ट्रेक बदलना) के दौरान मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतरने के बाद बाधित हुए रेल मार्ग की रिपोर्टिंग कर रहा था. वीडियो सामने आने के बाद भारत में पत्रकारों की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े हो गए.
इससे कुछ दिन पहले ही मेक्सिको की एक महिला जर्नलिस्ट की हत्या कर दी गई थी. भारत और मेक्सिको में पत्रकारों के साथ ऐसे अपराध पहली बार नहीं हुए हैं. बल्कि इससे पहले भी बार पत्रकार अपनी स्वतंत्रता को लेकर इस लोगों शिकार हुए हैं. मेक्सिको पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक जगह है. अब तक इस देश में १०० से ज्यादा जर्नलिस्ट्स की हत्या की जा चुकी है. इन बढ़ते मामलों को देखते हुए वर्ल्ड प्रेस प्रâीडम इंडेक्स (ेंदrत्् झ्rो इrाा्दस् र्घ्हे) ने एक ग्राफ जारी किया. इस ग्राफ में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक जगहों के बारे में बताया गया. इस ग्राफ के मुताबिक पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक जगह चीन, सोमालिया और क्यूबा को बताया गया. वहीं, सबसे बढ़िया और सुरक्षित जगह नॉर्वे को बताया गया.. इस ग्राफ में भारत को पत्रकारों के लिए मुश्किल भरा बताया. यानी भारत में पत्रकारों की स्वतंत्रता खतरे में है और सबसे बुरा हाल चीन और सोमालिया जैसे देशों में है. ये आंकड़े १२ जून तक के हैं.