इस वर्ल्ड कप में 300+ का स्कोर भी नहीं होगा काफी?
नई दिल्ली : इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के तीसरे वनडे इंटरनैशनल मैच में 359 का लक्ष्य चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। एक दिवसीय क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए यह इंग्लैंड की दूसरी सबसे बड़ी जीत थी। इंग्लैंड ने यह लक्ष्य 5 ओवर बाकी रहते हासिल कर लिया। हैरानी की बात यह है कि 350+ से ज्यादा के स्कोर को बिना किसी परेशानी के हासिल कर लिया गया। तो ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि 50 ओवर के गेम में टीमों के लिए क्या स्कोर सुरक्षित माना जाए अगर कोई स्कोर सुरक्षित है तो एक नजर इधर भी- वर्ल्ड कप 2015 के बाद पूरे खेले गए 469 वनडे इंटरनैशनल मैचों में से 128 मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने 300 से ज्यादा रन बनाए हैं। लेकिन यही काफी नहीं है। उन 128 मैचों में से लगभग 99 मुकाबलों यानी करीब 77 फीसदी मैचों में टीम को पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिली है। इनकी तुलना अगर उन 341 मैचों से करें जिनमें 300+ का स्कोर नहीं बना, जीत का यह औसत घटकर 38 प्रतिशत हो जाता है। हालांकि 130 मुकाबलों में जीत मिली है। अब अगर 2015 वर्ल्ड कप के बाद हुए मुकाबलों पर नजर डालें तो तस्वीर ऐसी नजर आती है तो, अब सवाल उठता है कि इंग्लैंड में पहली पारी का सुरक्षित स्कोर क्या है? पिछले वर्ल्ड कप के बाद इंग्लैंड में 56 वनडे खेले गए। इसमें से 18 बार 300+ का लक्ष्य हासिल किया गया। दरअसल, मंगलवार को पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत को मिला लें तो घरेलू मैदान पर लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने लगातार 16वां मुकाबला जीता है। पिछले वर्ल्ड कप से अभी तक वनडे इंटरनैशनल में किसी टीम द्वारा बनाया गया सर्वाधिक स्कोर का रेकॉर्ड दो बार टूटा है। दोनों बार इंग्लैंड में और इंग्लैंड द्वारा। पहले पाकिस्तान के खिलाफ अगस्त 2016 में 444/3 और फिर पिछले साल जून में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 481/6। ये दोनों मैच नॉटिंगम में खेले गए। इसके साथ ही इंग्लैंड जिसने पांच बार 400+ स्कोर बनाया और चार बार उसे डिफेंड किया। तीन बार तो उसने घरेलू मैदान पर ऐसा किया।