अमरावती जैसी घटना पर ध्यान केंद्रित, पुलिस फोर्स ने किया रूट मार्च
मुंबई, अमरावती में हुई हिंसा की घटना के बाद मुंबई पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। दंगाइयों को ‘डीकोड’ करने के लिए मुंबई पुलिस गुप्त नजर रख रही है। मुंबई पुलिस ने अतिसंवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। मुंबई पुलिस के सूत्रों के मुताबिक शहर के चुनिंदा इलाकों में गश्त तेज कर दी गई है। मुंबई के जोन ७, जोन २ और जोन ११ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस को संदेह है कि इन इलाकों में अमरावती जैसी घटना को अंजाम दिया जा सकता है। यहां असामाजिक तत्व कानून-व्यवस्था भंग करने का प्रयास कर सकते हैं इसीलिए पुलिस को एहतियातन इन जगहों पर चौकन्ना रहने का आदेश दिया गया है।
बोरीवली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुधीर कालेकर ने बताया कि अर्द्ध सैनिक बल के ६० जवान और बोरीवली पुलिस स्टेशन के १०० से ज्यादा पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों ने करीब ६ किमी रूट मार्च निकाला। इस दौरान फोर्स शहर की छोटी-छोटी संकरी गलियों से गुजरी। यह रूट मार्च नागरिकों की सुरक्षा के हित में निकाला गया है। मुंबई पुलिस ने कहा है कि किसी भी तरह की अफवाह न पैâलाएं। पुलिस आपकी हरकतों पर नजर बनाए हुए है।
अमरावती घटना को केंद्रित कर जोन ११ में मुंबई पुलिस सहित रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों ने रूट मार्च किया। इसके साथ ही कॉम्बिंग ऑपरेशन के तहत तड़ीपार एवं आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों की तलाशी और पूछताछ की गई है। बोरीवली, कांदिवली, दहिसर, शिवाजी नगर, नागपाड़ा, मानखुर्द, मालवणी, कुर्ला, साकीनाका, जोगेश्वरी, चेंबूर और भायखला समेत अन्य पुलिस स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था ब़ढ़ा दी गई है। मुंबई पुलिस स्टेशन के अधिकारियों सहित मुंबई पुलिस की तीसरी आंख यानी सीसीटीवी वैâमरों से अतिसंवेदनशील इलाकों में विशेष नजर रखी गई है। तीसरी आंख की निगरानी मुंबई पुलिस के आला अधिकारी कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के वसई-विरार में पुलिस लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय में पुलिस ने अपने-अपने पुलिस स्टेशन की सीमाओं के क्षेत्र में रूट मार्च निकालकर नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। रूट मार्च में पुलिस हिंदू-मुस्लिम समुदाय से अपील कर रही है कि वे सोशल मीडिया पर पैâली अफवाहों पर विश्वास न करें, विवादित बयान पोस्ट न करें। मंगलवार को सुबह नौ बजे से दोपहर १२ बजे तक माणिकपुर, विरार, नालासोपारा, वालीव, पेल्हार, तुलिंज, अर्नाला पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में रूट मार्च निकाला गया।
अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में तोड़-फोड़ के बाद भी ठाणे जिले का संवेदनशील इलाका माना जानेवाला भिवंडी शहर में शांति बनी रही। भिवंडी पुलिस के अनुसार नागरिकों के साथ बैठक, चौक सभा, कुख्यात गुंडों और समाज में दरार पैदा करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई के कारण भिवंडी शांत है। भिवंडी निवासी शहर में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस की तारीफ कर रहे हैं। भिवंडी परिमंडल में नारपोली, शांतिनगर, निजामपुरा, भिवंडी शहर, कोनगांव और भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन हैं। पुलिस ने इन सभी स्टेशनों की सीमाओं के भीतर शांति समिति की बैठकें कीं। पुलिस ने नागरिकों से इन बैठकों में सहयोग करने की अपील भी की। किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए भिवंडी में १,००० पुलिसकर्मियों की टीम को तैनात किया गया है।