महाराष्ट्र में कोई एक मुख्यमंत्री नहीं, हर मंत्री खुद को CM मान रहा है - फडणवीस
मुंबई, पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ में हुआ दंगा साधारण घटना नहीं है। यह देश में अराजकता फैलाने के लिए किया गया प्रयोग है। केंद्र सरकार के खिलाफ अल्पसंख्यकों का ध्रुवीकरण करने की यह सोची-समझी साजिश है।
फडणवीस ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अन्याय के खिलाफ 26 अक्टूबर को त्रिपुरा में एक रैली निकली थी। इस जुलूस और रैली में कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन 28 अक्टूबर को सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी पोस्ट वायरल कर अल्पसंख्यक समाज को भड़काया गया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हुए दंगों के लिए कहां-कहां से फंडिंग हुई, राज्य सरकार को इसकी पूरी जानकारी है। यही वजह है कि नवाब मलिक विपक्ष पर आरोप लगाकर कवर फायरिंग कर रहे हैं।
राज्य में ऐसा मुख्यमंत्री, जिसे लोग CM नहीं मानते
महाराष्ट्र भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र देश का सबसे प्रगतिशील, समृद्ध और सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। आज महाराष्ट्र में सरकार कहां है, यह पूछने की नौबत आ गई है। यहां सरकार का अस्तित्व कहीं दिखाई ही नहीं दे रहा है। एक मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उन्हें कोई मुख्यमंत्री मानने को तैयार नहीं है। यहां का हर मंत्री खुद को मुख्यमंत्री मान रहा है।