मुंबई में नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, 50 फीसदी ऑक्सीजन का मनपा खुद करने लगी निर्माण
मुंबई : कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के बाद मुंबई में कोरोना की तीसरी लहर से चिंतित नहीं है। कोरोना मरीजों की वृद्धि होने से सबसे अधिक चिंता ऑक्सीजन की होती है। दुसरी लहर से मिले सबक के बाद मनपा की ओर से ऑक्सीजन को लेकर की गई तैयारियों के कारण कोरोना की तीसरी लहर में ऑक्सीजन की समस्या अधिक नहीं होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मनपा द्वारा ऑक्सीजन समस्या दूर करने के लिए लगाए गए खुद के प्लांट से मनपा के पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का भंडारण है। दूसरी लहर में इलाज के लिए 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ी थी। उस दौरान मनपा को खरीद कर लाई हुई ऑक्सीजन पर ही निर्भर रहना पड़ा था, जबकि इस बार मनपा ने ऑक्सीजन प्लांट लगाकर खुद ही 50 प्रतिशत ऑक्सीजन की आपूर्ति अस्पतालों को करने लगी है। जिससे ऑक्सीजन को लेकर मनपा का टेंशन लगभग खत्म हो गया है। आने वाले दिनों में मनपा 77 जगहों पर शुरु किए गए ऑक्सीजन प्लांट और दो स्थानों पर रिफिलिंग प्लांट, भंडारण सुविधाओं आदि के माध्यम से कुल ऑक्सीजन खपत का 50% जरूरत को पूरा कर लिया जाएगा। तीसरी लहर से बहुत आसानी से निपटा जा सकता है।
अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटरों में मरीजों का इलाज किया जा रहा है, लेकिन अब इसमें तीसरी लहर से पहले चार और कोविड सेंटर जोड़े जा रहे हैं। महालक्ष्मी, सायन-चुनाभट्टी, मालाड और कांजुरमार्ग इन चार स्थानों पर नए जंबो कोविड सेंटर शुरू किए जा रहे हैं। मालाड और कांजूरमार्ग का काम पूरा हो चुका है। तो बाकी दो जंबो कोविड सेंटर का काम अंतिम चरण में है। मनपा अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि पहले हमें बाहर से ऑक्सीजन के लिए इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब मनपा की ओर से उपनगरीय अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटर में 77 ऑक्सीजन उत्पादन परियोजनाएं स्थापित की गई हैं।