ट्रेसपासिंग स्पॉट पर सतर्क होंगे यात्री
मुंबई, मुंबई के उपनगरीय रेल मार्ग पर ट्रेसपासिंग से होनेवाले हादसे रेलवे के लिए एक जटिल समस्या है। ट्रेसपासिंग को रोकने के लिए रेलवे तरह-तरह के उपाय करती है, इसके बावजूद लोग शॉर्टकट के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं। रेलवे अब यात्रियों की जान बचाने के लिए ट्रेसपासिंग स्पॉट पर हूटर उपल्ब्ध कराएगी। रेलवे का मानना है कि हूटर बजते ही पटरी पार कर रहा शख्स सतर्क हो जाएगा और अनहोनी टलने से उसकी जान बच जाएगी।
मध्य रेलवे के मुताबिक कई बार संवेदनशील स्थानों पर ट्रेन अचानक आ जाती है और ट्रेस पासिंग करनेवाले को पता नहीं चलता कि ट्रेन किस ओर से आ रही है और वो अपनी जान गवां बैठते हैं। मध्य रेलवे ने अब ‘मिशन जीरो डेथ’ के अंतर्गत ट्रेसपासिंगवाले स्थानों पर हूटर उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। कार्य योजना में बाउंड्री वॉल का निर्माण, स्टेशनों पर ट्रैक के बीच फेंसिंग लगाना, अधिक एफओबी/सबवे व एस्केलेटर बनाना, जागरूकता पैâलाना, ट्रेसपास करनेवालों की मानसिकता को प्रभावित करने के लिए व्यावहारिक तरीके, संवेदनशील स्थानों पर हूटर उपलब्ध कराने के नवीन तरीके आदि शामिल हैं।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सूतार ने हूटर के इस नए तरीके पर बताया कि हाल ही में महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने ‘मिशन जीरो डेथ’ पर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने मध्य रेल पर असामान्य घटनाओं के कारण मृत्यु और चोट को कम करने के लिए कार्य योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा की। जिसमें सवेदनशील स्थानों पर हूटर उपलब्ध कराने के नवीन तरीके शामिल है। सूतार का कहना है कि हमारा मकसद लोगों की जान बचाना है। हमें आशा है की हूटर से लोग सतर्क होंगे और ट्रेस पासिंग करने से बचेंगे।