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मुंबई : एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि दुर्भाग्य से आज महाराष्ट्र की राजनीति में संघर्ष चल रहा है। उन्होंने कहा कि एक दूसरे पर दोषारोपण करते समय नेता अपनी मर्यादा भूल जाते हैं। शरद पवार ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि इस तरह के बयान वापस लिया जाए और इसके लिए माफी मांगी जाए। वे, पुणे में दिवंगत सांसद किसनराव बाणखेले की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में पवार के साथ राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, शिवसेना सांसद संजय राउत और सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल समेत अन्य नेता मौजूद थे।
शरद पवार ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब हाल के दिनों में बीजेपी और शिवसेना नेताओं के बीच काफी बयानबाजी चल रही है। केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने तक की बात कह दी थी। जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। यहां तक की इस बयान के लिए राणे को गिरफ्तार भी किया गया था।
शरद पवार ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार की किसान नीतियों को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं 10 साल तक केंद्र में  कृषि मंत्री रहा, लेकिन इस दौरान किसी भी किसान को अपनी फसल फेंकने का समय नहीं आया। शरद पवार ने कहा कि किसानों को उनकी फसल के सही दाम मिलते थे, लेकिन अब किसान थक चुका है। उन्हें टमाटर और मिर्च को फेंकना पड़ रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से गन्ने के दाम बढ़ाने पर भी ध्यान देने की भी मांग की।

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