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मुंबई, कोरोना महामारी ने दुनियाभर में लोगों के काम करने और जीने का तरीका बदलकर रख दिया है। युवा दिल व प्रेमियों पर भी इसका असर पड़ा है। अब प्रेम से पहले वैक्सीन पर चर्चा हो रही है। लब्बे-लुआब ये है कि अब ‘कहो न प्यार है’ से पहले वैक्सीन जरूरी है। यह निष्कर्ष एक डेटिंग ऐप के सर्वे में सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने प्यार की तलाश में डेटिंग का तरीका भी बदल दिया है। हिंदुस्थान में लोग डेटिंग के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, कोरोना वैक्सीनेशन आदि पर भी काफी जोर दे रहे हैं। वीमेन-फर्स्ट डेटिंग ऐप एवं सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म, बंबल के सर्वे में कई दिलचस्प बातें सामने आई हैं। खासकर दूसरी लहर ने सिंगल लोगों के डेटिंग के तरीके में बदलाव ला दिया है। लॉकडाउन में बिताए गए समय ने लोगों को इस बात पर केंद्रित होने में मदद की कि डेटिंग के लिए वो क्या तलाश रहे हैं और उन्होंने नए लोगों से मिलते हुए अपनी डेटिंग लाइफ को अपने नियंत्रण में लेने के लिए नई भावनाएं अपनाई। हाल में किए गए एक शोध द्वारा बंबल ने पाया कि लोग कोविड-१९ के पहले के समय के मुकाबले अब ज्यादा स्वेच्छा से डेटिंग कर रहे हैं। वो इस बारे में ज्यादा ईमानदार हैं कि वो कैजुअल संबंध तलाश रहे हैं या गंभीर। वास्तव में सर्वे में शामिल ७४ प्रतिशत सिंगल लोग महसूस करते हैं कि डेटिंग में नकारात्मक व्यवहार में कमी आई है। देश में युवाओं के बीच विस्तृत रूप से वैक्सीनेशन शुरू होने के साथ, तीन में एक से ज्यादा डेटर्स (३३ प्रतिशत) २०२१ में डेटिंग के लिए आशान्वित महसूस कर रहे हैं। बंबल के देशभर में किए सर्वे के अनुसार देश में चार में से एक (२५ प्रतिशत) डेटर्स ने बताया कि वो संभावित संबंध से जो चाहते हैं, या जो उनकी जरूरत है, वो उस मामले में समझौता करने के कम इच्छुक हैं। हाल ही में आई कोविड की दूसरी लहर के बाद, सुरक्षा अभी भी सर्वोपरि है। लोग पहली बार किसी से व्यक्तिगत रूप से मिलने से पहले सावधानियों एवं कोविड वैक्सीन के स्टेटस पर बातचीत को प्राथमिकता दे रहे हैं।


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