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मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना के प्रतिदिन करीब 4 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं राज्य में यह संख्या 60 हजार से अधिक हो गई है। मुंबई में 1 अप्रैल को जहां कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 20.85 प्रतिशत था। वहीं अब यह घटकर 9.94 प्रतिशत रह गया है। अगर राज्य की बात करें, तो 1 अप्रैल को कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 14.3 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर करीब 17 प्रतिशत हो गया है। डॉक्टरों के अनुसार, मुंबई में वॉर्ड लेवल पर तेजी से काम करने से प्रशासन को कोरोना को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिली है। आगामी एक सप्ताह में इसमें और कमी आएगी।

आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल को राज्य में कोरोना वायरस के 43,183 केस दर्ज हुए थे। इसके बाद 5 अप्रैल को 47,288 केस और 10 अप्रैल को 55,411 केस सामने आए थे। 15 अप्रैल को राज्य में पहली बार एक दिन में 61 हजार से अधिक केस सामने आए थे। तब से अब तक रोजाना 61 हजार से 65 हजार के करीब नए केस दर्ज हो रहे हैं। मुंबई में 1 से 15 अप्रैल के बीच कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि के बाद अब केस कम होने लगे हैं। 1 अप्रैल को मुंबई में 9242 नए केस आए थे, 10 से 15 अप्रैल तक पीड़ितों की प्रतिदिन की संख्या 11 हजार से करीब पहुंच गई थी। मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या 11 हजार से घटकर अब रोजाना 4 हजार के करीब पहुंच गई है।

डॉ. गौतम भंसाली, सदस्य, बीएमसी कोरोना टास्क फोर्स ने कहा कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए पिछले 30 दिनों से बीएमसी कमिश्नर, टास्क फोर्स सदस्य, सभी डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों ने खूब मेहनत की है। मुंबई में इसके अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए मेयर किशोरी पेडणेकर ने लोगों से अपील की है कि घर से बाहर निकलते समय डबल मास्क पहनें। यह कोरोना से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। पेडणेकर ने कहा कि मैं मुंबई की जनता से अपील करती हूं कि घर से जब भी बाहर निकलें, डबल मास्क पहनकर निकलें। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने भी डबल मास्क पहनने का समर्थन किया है।

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