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भिवंडी : भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र पूर्णा गांव स्थित शिमला कंपाउंड में गाला नंबर 12 में ज्वलनशील रासायनिक गोदाम में दोपहर को अचानक आग लग गई। आग में लाखों रुपए का केमिकल जलकर राख हो गया। गोदाम बंद होने से कोई अनहोनी नहीं हुई। सूचना के उपरांत मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के उपरांत करीब 2 घंटे के बाद आग बुझाने में कामयाबी हासिल की है। आग बुझाने के उपरांत क्षेत्रीय रहवासियों ने राहत की सांस ली है।

मिली जानकारी के अनुसार, पूर्णा गांव स्थित शिमला कंपाउंड गाला नंबर 12 विनोद तिवारी के रासायनिक गोदाम में दोपहर करीब 1 बजे के दौरान अचानक आग की लपटें उठती देख कर आसपास के रहिवासी चौक पड़े। उक्त गोदाम में अमोनियम क्लोराइड, कैल्शियम कार्बोनेट, पीवीसी पाउडर, स्टोनिक एसिड,हाइड्रोजन जैसे ज्वलनशील केमिकल पदार्थ का जखीरा जमा किया गया था। भीषण आग की चपेट में आकर गोदाम में रखा लाखों रुपए का रासायनिक केमिकल जलकर स्वाहा हो गया है। गोदाम में लगी आग की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ज्वलनशील रासायनिक केमिकल के भरे हुए ड्रम आग लगने के उपरांत धड़ाम धड़ाम कर टूटते हुए दिखाई पड़े और समूचे परिसर में काला धुआं आसमान में छाया हुआ था। 

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची 3 फायर गाड़ियों की मदद से फायर कर्मियों ने करीब 2 घंटे के उपरांत आग बुझाने में कामयाबी हासिल की और आग को आसपास स्थित तमाम गोदामों तक पहुंचने से पूर्व ही बुझा लिया है। आग बुझने के उपरांत क्षेत्रीय लोगों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्र स्थित गोदाम क्षेत्र पूर्णा, कॉलहेर, कशेली, दापोड़ा, मानकोली, हरिहर कंपाउंड, अंजुर फाटा आदि परिसर में हजारों की संख्या में शासन के निर्देशों का उल्लंघन कर भू-माफियाओं और क्षेत्रीय दबंग नेताओं  द्वारा अवैध रूप से गोदामों का निर्माण किया गया है। उक्त गोदामों में शासन के निर्देशों की अवहेलना कर क्षमता से अधिक माल का भंडारण किया जाता है। गोदाम क्षेत्र स्थित सैकड़ों की संख्या में रासायनिक गोदामों में शासन से बगैर परमिशन अनियंत्रित तरीके से ज्वलनशील केमिकल का भंडारण किया जाता है। गोदामों में अनियंत्रित तरीके से ज्वलनशील रसायन का भंडारण किए जाने से गर्मी के मौसम में अक्सर आग की घटनाएं घटित होती है जिसमें कभी कभार निरपराध मजदूरों को जान गवानी पड़ती है।

सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय निवासियों की बार-बार शिकायत एवं गुहार के उपरांत भी शासन रासायनिक गोदामों को अन्यत्र ट्रांसफर किए जाने के लिए कोई जरूरी कदम नहीं उठाता है। गोदाम क्षेत्रों में ही हजारों की संख्या में परिवार रहते हैं परिसर जिन्हें 24 घण्टे हरपल ज्वलनशील रसायनिक गोदाम में आग लगने और जान का खतरा बना रहता है। क्षेत्रीय निवासियों का आरोप है कि शासन, प्रशासन गोदाम धारकों से हफ्ता वसूली करता है और क्षेत्रीय निवासियों, मजदूरों की जान सुरक्षा के लिए कोई जरूरी कदम नहीं उठाता है। पूर्णा गांव परिसर स्थित गोदाम क्षेत्र में विगत एक माह में 2 रासायनिक गोदामों में भीषण आग लग चुकी है एवं लाखों का माल स्वाहा हो चुका है। रासायनिक गोदामों में लगती आग के कारण क्षेत्रीय निवासियों में सुरक्षा को लेकर भय फैल रहा है। क्षेत्रीय निवासियों की रात की नींद उड़ गई है। नारपोली पुलिस आगजनी का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

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