झूठ बोलना पड़ा भारी, सिंगर Piyu Udasi और उनके भाई पर केस दर्ज
मुंबई: मुंबई पुलिस पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाने वाली सिंगर पियु उदासी के मामले में नया खुलासा हुआ है. ज़ी न्यूज़ की जांच में पियु उदासी का ये दावा पूरी तरह झूठा निकला है.
28 मार्च को सिंगर पियु उदासी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो डाला था. पियु उदासी ने दावा किया कि कि 27 मार्च को जब उनका भाई करण दक्षिण अफ्रीका से दुबई होता हुआ मुंबई एयरपोर्ट पर आया तो उसने अपने एंटीजन टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाई. फिर भी उसे जबरदस्ती मुंबई के एक होटल में 7 दिनों तक Quarantine रहने के लिए कहा गया. वहां से एक पुलिस वाला उनके भाई करण उदासी को अंधेरी के होटल साईं लीला ग्रैंड में लेकर गया.
पियु उदासी के अनुसार वहां पर पुलिस वाला करण के सामने शर्त रखता है कि या तो मैनेजर से मिलकर 10 हजार रुपये दे दो वरना पूरे 7 दिनों तक Quarantine रहना होगा. बतौर पियु, उनके भाई ने ऐसा करने से मना कर दिया तो होटल वालो ने उसका पासपोर्ट अपने पास ही रख लिया. इसके बाद पीहू का भाई झगड़ा करके होटल से निकल गया. पियु उदासी अपने वीडियो के अंत में ये भी कहती है कि इससे अच्छा तो कांग्रेस का राज था.
इस सनसनीखेज मामले का पता लगाने होटल साईं लीला ग्रैंड में गई. वहां पर उसकी मुलाकात होटल मैनेजर प्रवेश शर्मा से हुई. प्रवेश शर्मा 27 मार्च को रिसेप्शन पर ही मौजूद थे. प्रवेश ने बताया कि करण ने ही नियमों के मुताबिक उनका होटल Quarantine होने के लिए नियमो के मुताबिक चुना था. इसके लिए एक रात के 1500 रुपये के हिसाब से 7 दिनों के लिए 10 हजार 500 रुपये तय किए गए थे. इसमें ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर भी शामिल था.
मैनेजर प्रवेश शर्मा के मुताबिक, 27 मार्च को करीब 4.30 बजे आकर करण अचानक अपने घर जाने की जिद करने लगा. जब मैनेजर ने उन्हें BMC के नियमो का हवाला दिया तो करण ने मैनेजर प्रवेश शर्मा को 78 डॉलर्स भी दिए, लेकिन मैनेजर प्रवेश ने ये डॉलर वापस करण को लौटा दिए. ये घटना CCTV कैमरे में कैद भी हो गई, जिसकी फुटेज ज़ी न्यूज़ के पास है.
मैनेजर के अनुसार, पासपोर्ट के साथ घर जाने की एवज में करण ने उन्हें एक वाइन की बोतल और अपनी घड़ी देने की पेशकश की. जिसे उन्होंने नहीं माना. पीहू ने अपने वीडियो में पुलिस वाले के द्वारा होटल साथ आकर रिश्वत मांगने की बात कही थी, लेकिन जो CCTV ज़ी न्यूज़ के पास है उसमें कोई पुलिस वाला नही दिखाई दे रहा है. फुटेज में दिख रहा है कि करण अकेला ही अपने बैग के साथ होटल में आता दिखाई दे रहा है.
होटल मैनेजर ने आरोप लगाया कि करण से किसी पुलिस वाले ने रिश्वत नहीं मांगी, बल्कि वो ही कोरोना के नियमों की अवहेलना करते हुए अपने घर जाने की जिद पकड़े हुए था. मैनेजर के मुताबिक अपनी इस जिद को पूरा करने के लिए करण ने रिश्वत भी ऑफर की थी, जो CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी.
पियु के वीडियो डालने के बाद जब ये घटना वायरल हुई तो BMC ने इसकी छानबीन की. अपनी जांच में BMC ने पाया कि पियु उदासी और उनके भाई करण उदासी का ये दावा पूरी तरह झूठा है. जिसके बाद पियु के खिलाफ मानहानि और उनके भाई के खिलाफ Quarantine के safety rules को तोड़ने के मामले में FIR दर्ज करवाई गई है. BMC ने ये जानकारी अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से दी है.
इस मामले में होटल मैनेजर का कहना है कि करण उदासी का पासपोर्ट उनके पास ही है. उन्होंने इस पासपोर्ट को BMC को सरेंडर किया था लेकिन BMC ने 3 अप्रैल को ये पासपोर्ट वापस लौटा दिया. अब 27 मार्च को जब से करण उदासी अपने घर लौटे है तो न तो उन्होंने इस संबंध में कोई कॉल किया है और न ही वे इसे लेने आए हैं. उन्होंने कहा कि जब भी करण आएंगे, उनका पासपोर्ट वापस कर दिया जाएगा.