दो अलग-अलग परियोजनाओं में १५ किमी जल सुरंग बनेगी
मुंबई : कोस्टल रोड परियोजना के तहत जहां बड़ा ‘मावला’ (टीबीएम मशीन) मुंबई शहर और पश्चिमी उपनगर के बीच ट्रैफिक समस्या को निपटाने के लिए दिन-रात सुरंग बनाने में जुटा है, वहीं अब नई टीबीएम मशीन मुंबईकरों के पानी की समस्या को निपटाने के लिए मैदान में उतर चुकी है।
छोटा ‘मावला’ (नई टीबीएम मशीन) के माध्यम से कुल लगभग १५ किमी सुरंग बनाकर पीने के पानी की पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू हो चुका है। शनिवार को राज्य के पर्यटन मंत्री, मुंबई उपनगर के पालकमंत्री आदित्य ठाकरे ने घाटकोपर-पूर्व स्थित हेडगेवार मैदान से परेल और सीआरपीएफ वैंâप चेंबूर तक दो अलग-अलग जल सुरंग परियोजनाओं के निर्माणकार्य का उद्घाटन किया। उन्होंने बटन दबाकर मावला को सुरंग बनाने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में महापौर किशोरी पेडणेकर और मनपा सभागृह नेता विशाखा राऊत सहित कई लोग उपस्थित थे। इस मौके पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबईकरों के पानी की समस्या को जल्द गति से निपटाया जाएगा। ‘मावला’ के माध्यम से सुरंग खुदाई का काम तेज होगा।
बता दें कि इससे पहले मुंबई कोस्टल रोड परियोजना के लिए बड़े ‘मावला’ को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हरी झंडी दिखाकर सुरंग खुदाई के कार्य का उद्घाटन किया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार हेडगेवार मैदान (अमर महल) घाटकोपर-पूर्व से प्रतीक्षा नगर वडाला और प्रतीक्षा नगर वडाला से सदाकांत ढवल उद्यान परेल तक कुल ९.६ किमी लंबी जल सुरंग बनेगी। यह काम कोविड-१९ की कठिन अवधि के दौरान शुरू किया गया है, इसे रिकॉर्ड समय में पूरा किया जाएगा। इसी तरह हेडगेवार मैदान से आरसीएफ और आरसीएफ से बीएआरसी के बीच साढ़े पांच किमी की पानी की सुरंग परियोजना बनाई जा रही है। टीबीएम की मदद से इस सुरंग के खुदाई कार्य का उद्घाटन पर्यावरण, पर्यटन और शिष्टाचार मंत्री द्वारा किया गया था। इस दौरान अतिरिक्त नगर आयुक्त (परियोजना) पी. वेलारासु, प्रभाग समिति अध्यक्ष स्नेहल मोरे, जल विभाग के प्रमुख शिरीष उचगांवकर और एन विभाग वार्ड के सहायक आयुक्त अजीत कुमार आदि मौजूद थे।