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मुंबई : पॉर्न फिल्में बनाने के आरोप में मुंबई क्राइम ब्रांच ने शनिवार को मॉडल-अभिनेत्री गहना वशिष्ठ को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ में कुछ सनसनीखेज जानकारियां सामने आई हैं। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने एनबीटी से कहा कि कुछ दिनों पहले उसने एक पायलट के खिलाफ मुंबई पुलिस में केस भी दर्ज कराया था। इस पायलट से उसकी इंस्ट्राग्राम पर दोस्ती हुई थी। गहना वशिष्ठ साउथ की फिल्मों के एक नामी अभिनेता की गर्ल फ्रेंड भी रही है। वह उसके साथ लंबे समय तक लिव इन रिलेशनशिप में रही है। उसने साउथ की व हिंदी की करीब आधा दर्जन फिल्मों में ऐक्टिंग की है। इसके अलावा कुछ विज्ञापनों में मॉडलिंग भी की है। उस पर 85 से ज्यादा पॉर्न फिल्में पॉर्न वेबसाइट्स पर अपलोड करने का आरोप है।

उसके पास करीब आधा दर्जन ऐसी फिल्मों के ऐविडेंस मिले हैं, जिन्हें अपलोड किया जाना था। इनमें कुछ नामी मॉडल्स को शूट किया गया था। शूटिंग मुंबई में होती थी, पर अत्याधुनिक तकनीक से विदेश के आईपी अड्रेस और सर्वर का इस्तेमाल होता था। शूटिंग के लिए 20 और 25 साल के बीच की लड़कियों का ही सेलेक्शन किया जाता था।

ऐसा पता चला है कि इन पॉर्न फिल्मों के लिए गहना वशिष्ठ ने खुद का प्रॉडक्शन हाउस भी बनाया हुआ था। क्राइम ब्रांच के अधिकारी के अनुसार, पॉर्न फिल्मों की शूटिंग और कलाकारों की फीस के साथ ही अन्य खर्चों पर करीब तीन लाख रुपये का खर्च आता था। यह पॉर्न फिल्म करीब 20 मिनट की होती है, जिसमें काम करनेवाली अभिनेत्री को करीब 30 हजार रुपये दिए जाते थे। कई बार ऑन डिमांड भी फिल्मों की शूटिंग होती थी। चूंकि कोरोना काल में ज्यादातर लोग घर पर ही थे, इसलिए घर पर बैठे लोगों के बीच इन फिल्मों की चाहत और आदत ज्यादा बढ़ गई।

इसीलिए इस रैकेट से जुड़े लोगों ने खुद को मालाड के मड आइलैंड में शिफ्ट किया। वहां किराए पर बंगले लिए और इस तरह पॉर्न फिल्मों की शूटिंग होती रही। बाद में 199 रुपये से लेकर 1999 रुपये की स्कीम में पॉर्न फिल्मों के ऐप्स को सब्सक्राइब करने वाले लाखों लोगों ने ये फिल्में देखीं, जिनकी कमाई से सिर्फ गहना वशिष्ठ की ही नहीं, इस तरह के दर्जनों लोगों की मोटी कमाई होती रही।

ऐसे ही पांच लोगों को दो दिन पहले सीनियर इंस्पेक्टर केदारी पवार और लक्ष्मीकांत सालुंखे ने गिरफ्तार किया था। इनमें से एक रोया खान उर्फ यास्मीन नामक महिला ने इस तरह की 50 से ज्यादा पॉर्न फिल्में बनाईं। उसने जिन ऐप्स में इन्हें अपलोड किया, उनमें से एक ऐप Hothit Movies नाम से था।

क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि उनके इनवेस्टिगेशन में कई बड़ी मॉडल्स के भी नाम सामने आ रहे हैं, जिन्होंने इस तरह की फिल्मों की शूटिंग की। क्राइम ब्रांच संभवत: उन्हें अरेस्ट नहीं दिखाएगी, बल्कि गवाह बनाएगी, क्योंकि कई मॉडल्स ने बताया कि वे इस केस में विक्टिम हैं। उन्हें शॉर्ट फिल्मों की शूटिंग के लिए बुलाया गया था, उनसे एग्रीमेंट भी करवाया गया था, लेकिन कुछ मिनट की शूटिंग के बाद उनसे पॉर्न सीन करवाए गए। न करने पर उन्हें कानूनी नोटिस भेजने की धमकी दी गई। इस अधिकारी के अनुसार, जिस तरह इंश्योरेंस की पॉलिसी लेते वक्त ज्यादातर लोग पॉलिसी की शर्तें नहीं पढ़ते, उसी तरह फिल्मों में भी बहुत से लोग पूरा एग्रीमेंट नहीं पढ़ते। उन्हें सिर्फ रकम से मतलब होता है।

पॉर्न फिल्मों में काम करने वाली कई लड़कियां कई बार कास्टिंग डायरेक्टर के जरिए भी इस गंदे दलदल में फंसती जाती हैं। करीब एक पखवाड़े पहले क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) के सीनियर इंस्पेक्टर सचिन वझे ने संदीप इंगले नामक एक कास्टिंग डायरेक्टर को मुंबई के एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार भी किया था। वह प्रेम उर्फ नाम से यह सेक्स रैकेट चला रहा था। वह खुद को फिल्म प्रोड्यूसर भी बताता था। संदीप इंगले ने इस सेक्स रैकेट को चलाने के लिए कई वेवसाइट्स बनाई थीं, जिन्हें कस्टमर सर्च करते थे और फिर आरोपियों से संपर्क करते थे।

यही नहीं, आरोपी अपने रैकेट को चलाने के लिए इंटरनैशनल नंबर यूज करते थे, ताकि जांच एजेंसियों के सर्विलेंस पर न रहें। उस केस में भी उस पांच सितारा होटल से जो 8 लड़कियां रेसक्यू कराई गई थीं, उनमें से ज्यादातर ने फिल्मों, वेव सीरिज में छोटे-बड़े रोल किए थे। कुछ ने कई विज्ञापनों के लिए मॉडलिंग भी की थी। इन लड़कियों को ग्राहकों से मिली रकम में 50 प्रतिशत कमिशन मिलता था। बाकी का 50 प्रतिशत कमिशन कास्टिंग डायरेक्टर की जेब में जाता था।


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