नशाखोरी के लिए बने चोर
मुंबई : नशाखोरी की लत के कारण पढ़ने-लिखने की उम्र में दो लगभग १७ साल के नाबालिग अपने गलत शौक को पूरा करने के लिए वाहन चोर बन गए। दहिसर पुलिस ने २० मामलों का खुलासा करते हुए इनके द्वारा चोरी किए गए ४७ वाहन जब्त किए हैं। इन वाहनों की कुल कीमत १८ लाख ५ हजार रुपए बताई गई है। चोरी की धारा ३७९ के तहत दोनों नाबालिग चोरों के साथ उनसे चोरी की गाड़ियां खरीदनेवाले चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
जोन १२ के पुलिस उपायुक्त डॉ. डी. एस. स्वामी ने बताया कि १२ जनवरी को नेशनल पार्क के पास हाइवे पर दो नाबालिग एक ऑटोरिक्शा में संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए दिखाई पड़े। गस्त लगा रही दहिसर पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो वे ऑटोरिक्शा तेजी से चलाते हुए दहिसर चेक नाके की ओर भागे। चेक नाके के पायल होटल के पास उन्हें पकड़ लिया गया। उनके पास न तो ऑटो से संबंधित कोई कागजात थे न ही लाइसेंस। सहायक पुलिस निरीक्षक डॉ. चंद्रकांत घार्गे, पु .ह. संतोष परब, वनिल गायकवाड, पु .ना. संदेश तटकरे, शरीफ शेख, सिद्धार्थ केणी आदि ने पुलिस स्टेशन में लाकर पूछताछ की तो पता चला दोनों नशे के आदी हैं। दोनों नाबालिग आदतन चोर हैं और मालवणी के अंबोजवाड़ी में रहते हैं। उन दोनों ने खुलासा किया कि शुरू में मौज- मस्ती के लिए बाइक चुराते थे। बाद में नशाखोरी के लिए ऑटोरिक्शा, बाइक और स्पोर्ट्स साइकिल चोरी कर सस्ते में दूसरों को बेच देते थे। काशीमीरा के असलम शेख (१९), इरशाद चौधरी (२०), दहिसर अंबावाड़ी के उमेश राठोड (२२), जोगेश्वरी के सोहेल रहमतउल्लाह शाह (१९) को भी दहिसर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन पर दोनों नाबालिग चोरों से चोरी के वाहन खरीदने का आरोप लगा है। इनके पास से १० ऑटोरिक्शा, १७ बाइक, २० स्पोर्ट्स बाइक पुलिस ने बरामद किया है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रवीण पाटील के मार्गदर्शन में दहिसर पुलिस मामले की और गहराई से जांच करने में जुटी है।