मैंने कभी नहीं मांगी सिक्योरिटी -देवेंद्र फडणवीस
मुंबई : महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और उनके परिवार समेत कई नेताओं की सुरक्षा घटा दी है, वहीं बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल की सुरक्षा वापस ले ली है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था तब भी मैंने कभी सुरक्षा नहीं मांगी। मुझे यह पहली बार तब मिला जब मैं सीएम बना और जब मुझे याकूब मेमन की मौत की सजा और अन्य मौकों के बाद धमकी मिली। फडणवीस ने कहा कि मुझे लगता है कि किसी को जोखिम के आधार पर सुरक्षा दी जानी चाहिए।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वर्तमान में यह (सुरक्षा) राजनीतिक आधार पर दिया जा रहा है। कुछ लोगों को विशेष खतरा नहीं होता है लेकिन उन्हें कड़ी सुरक्षा दी जाती है। मेरे पास इसका कोई मुद्दा नहीं है। मुझे लगता है कि सरकार कोई भी निर्णय ले सकती है।
सरकार के इस निर्णय पर फडणवीस ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं हैं और न ही किसी प्रकार की चिंता है। उन्होंने कहा कि मैं जनता का आदमी हूं और इससे लोगों से मिलने के लिए होने वाली यात्रा(कार्यक्रमों) पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दरअसल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और उनके परिवार, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की सुरक्षा उद्धव ठाकरे सरकार ने घटा दी है, वहीं बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल की सुरक्षा वापस ले ली है।
आठ जनवरी को जारी सरकारी अधिसूचना के अनुसार फडणवीस को अब ‘जेड-प्लस’ श्रेणी के बजाए ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई-प्लस श्रेणी’ की सुरक्षा मिलेगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी अमृता फडणवीस और बेटी दिविजा की सुरक्षा ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई-प्लस’ श्रेणी से घटा कर ‘एक्स’ श्रेणी कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक को अब ‘वाई-प्लस’ के बजाए ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) चीफ राज ठाकरे की सुरक्षा ‘जेड’ श्रेणी से घटा कर ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई प्लस’ श्रेणी की कर दी गई है।
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, राज्य बीजेपी प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और पार्टी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार की सुरक्षा वापस ले लिए गई है। राणे के पास ‘वाई-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा थी। इसके अलावा राज्य लोकायुक्त एम एल टाहिलियानी की सुरक्षा ‘जेड’ श्रेणी से घटाकर ‘वाई’ श्रेणी की कर दी गई है।
अधिसूचना के अनुसार सरकार ने दो लोगों की सुरक्षा बढ़ाई है। 11 की सुरक्षा कम की गई है, वहीं 16 लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। इसके अलावा 13 नए लोगों को सुरक्षा दी गई है। सुरक्षा प्राप्त करने के लिए नए लोगों में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार, और युवा सेना के सचिव वरुण सरदेसाई शामिल हैं। सरदेसाई मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के रिश्तेदार हैं। दोनों को ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।