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मुंबई : ट्रक, बस एवं जीप में ओवरलोड सवारियों एवं सामान की खबरें तो सुनी होगी, लेकिन जयपुर पहुंची एक स्पेशल पार्सल ट्रेन की एक बोगी में क्षमता से अधिक माल पाया गया। इससे बोगी का एक्सल टूट गया और जब इसके कारणों की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि 10 टन की क्षमता वाली बोगी में 16 टन माल भरा था।

रेलवे एवं लीज होल्डर की वजह से बड़ा रेल हादसा हो सकता था, लेकिन रेलवे की मेहरबानी देखिए, लीज होल्डर पर 2.50 लाख का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया। नियमानुसार न केवल जुर्माने की वसूली कम की गई बल्कि, मामला तक दर्ज नहीं करवाया गया।

दरअसल, शनिवार रात करीब 10 बजे जयपुर जंक्शन पहुंची मुंबई से दिल्ली जा रही पार्सल स्पेशल ट्रेन की रेलवे विजिलेंस और आरपीएफ ने जांच की। ट्रेन के लगेज बोगी (वीपी) के एक्सल में तकनीकी खराबी का पता लगा। पड़ताल में सामने आया कि बोगी में तय क्षमता (10 टन) से 6 टन अधिक माल भरा है, जिसके चलते एक्सल में क्रैक आ गया है।

ऐसे में ट्रेन को करीब डेढ़ घंटे तक खड़ा रखना पड़ा। माल दूसरी बोगी में भरा गया। वहीं, एक्सेस माल को प्लेटफॉर्म पर ही उतारा गया। इस ट्रेन में रेलवे के लीज होल्डर एक्स्ट्रा एक्सप्रेस नाम की फर्म ने मुंबई से दिल्ली के लिए माल बुक किया था।

रेलवे और लीज होल्डर की लापरवाही के चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं अगर ट्रेनों का संचालन सामान्य होता तो उस स्थिति में करीब 4-5 ट्रेनों का संचालन बाधित होता। उधर रेलवे ने लीज होल्डर की इस लापरवाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना तक मुनासिब नहीं समझा। महज 2.50 लाख का जुर्माना लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया।

जयपुर स्टेशन पर वर्ष 2014 में ऐसा ही हादसा हो चुका है। जयपुर से दिल्ली जा रही डबल डेकर एसी एक्सप्रेस के पार्सल वैन (वीपी) में लीज होल्डर ने 4 टन की क्षमता से अधिक माल लोड कर दिया था, जिसके चलते ट्रेन प्लेटफॉर्म से रवाना होने के दौरान ही दो हिस्सों (ट्रेन पार्ट) में बंट गई थी।


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